यूपी के 17 जिलों में MSP पर होगी उड़द की खरीद, जानें किसानों को कितना मिलेगा रेट?

यूपी के 17 जिलों में MSP पर होगी उड़द की खरीद, जानें किसानों को कितना मिलेगा रेट?

UP Farmers News: आरके सिंह ने आगे बताया कि यह खरीद नेफेड की ‘आत्मनिर्भर दाल योजना’ के तहत की जा रही है, जिसमें किसानों से सीधे फसल खरीदी जाती है. उड़द की खरीद 29 जनवरी 2026 तक चलेगी. उन्होंने बताया कि किसान को उपज बेचने के तीन कार्य दिवसों के भीतर भुगतान सीधे बैंक खाते में किया जाएगा.

Advertisement
यूपी के 17 जिलों में MSP पर होगी उड़द की खरीद, जानें किसानों को कितना मिलेगा रेट?इस पहल से उत्तर प्रदेश के किसानों की आमदनी बढ़ेगी

उत्तर प्रदेश के उड़द किसानों के लिए अच्छी खबर है ‘आत्मनिर्भर दाल योजना’ के तहत नेफेड (NAFED) प्रदेश के 17 जिलों में 50 उड़द खरीद केंद्र खोलने जा रहा है. इन केंद्रों पर किसान अपनी उड़द की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 7,800 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेच सकेंगे. यह जानकारी उप्र कृषि विभाग के अपर निदेशक प्रसार आरके सिंह ने इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में दी. इस पहल से उत्तर प्रदेश के किसानों की आमदनी बढ़ेगी.

बिचौलियों की भूमिका होगी खत्म

अपर निदेशक प्रसार आरके सिंह ने बताया कि रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है और बहुत जल्द खरीद भी शुरू कर दी जाएगी. इससे किसानों को बाजार में कम दाम मिलने की परेशानी से राहत मिलेगी और बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी. उन्होंने बताया कि जिन जिलों में उड़द की पैदावार अधिक होती है, उन जिलों उड़द खरीद केंद्र खोलने की तैयारी है. 

इन जिलों में खुलेंगे उड़द खरीद केंद्र 

इसी क्रम में ललितपुर, झांसी, महोबा, जालौन, हमीरपुर, बदायूं, बरेली, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रामपुर, संभल, बुलंदशहर, मुरादाबाद, सोनभद्र, सीतापुर और शाहजहांपुर समेत कुल 17 जिलों में उड़द खरीद केंद्र खोले जाएंगे. सबसे खास बात हैं कि किसान अपनी फसल सीधे इन केंद्रों पर लाकर बेच सकते हैं.

‘आत्मनिर्भर दाल योजना’ के तहत खरीद

आरके सिंह ने आगे बताया कि यह खरीद नेफेड की ‘आत्मनिर्भर दाल योजना’ के तहत की जा रही है, जिसमें किसानों से सीधे फसल खरीदी जाती है. उड़द की खरीद 29 जनवरी 2026 तक चलेगी. उन्होंने बताया कि किसान को उपज बेचने के तीन कार्य दिवसों के भीतर भुगतान सीधे बैंक खाते में किया जाएगा.

किसानों को कराना होगा रजिस्ट्रेशन

इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों का रजिस्ट्रेशन जरूरी है. किसान e-समृद्धि ऐप के जरिए या नजदीकी नेफेड केंद्र पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. किसानों को उम्मीद है कि इस व्यवस्था से उन्हें उनकी फसल का सही दाम मिलेगा और मेहनत का पूरा फायदा मिलेगा. बता दें कि उड़द का उपयोग प्रमुख रूप से दाल के रूप मे किया जाता है. उड़द से स्वादिष्ट व्यंजन जैसे कचौड़ी, पापड़, बड़ी, बड़े, हलवा, इमरती, पूरी, इडली, डोसा आदि भी तैयार किये जाते है.

ये भी पढ़ें-

यूपी में घने कोहरे का अलर्ट; ठंडी हवाओं से बढ़ेगी गलन, जानें 16 दिसंबर को कैसा रहेगा मौसम

Animal Disease: पशुओं का पेट खराब होने की ये हैं चार वजह, ऐसे करें पता, ये है इलाज का तरीका

POST A COMMENT