यूपी में आलू की बंपर पैदावार, न मंडी में दाम न कोल्ड स्टोरेज में मिल रही है जगह, किसान परेशान

यूपी में आलू की बंपर पैदावार, न मंडी में दाम न कोल्ड स्टोरेज में मिल रही है जगह, किसान परेशान

उत्तर प्रदेश में इस बार आलू की बंपर पैदावार हुई है. पूर्वांचल में भी आलू की खुदाई का काम तेजी से चल रहा है. आलू का उत्पादन ज्यादा होने के चलते मंडियों में भाव में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. वहीं दूसरी तरफ किसान को आलू रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज में भी जगह नहीं मिल पा रही है. ज्यादातर कोल्ड स्टोरेज अभी से ही हाउसफुल का बोर्ड लगा चुके हैं

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यूपी में आलू की बंपर पैदावार, न मंडी में दाम न कोल्ड स्टोरेज में मिल रही है जगह, किसान परेशानयूपी के आलू उत्पादक परेशान

उत्तर प्रदेश में इस बार आलू की बंपर पैदावार हुई है. पूर्वांचल में आलू की खुदाई का काम तेजी से चल रहा है. आलू का उत्पादन ज्यादा होने के चलते मंडियों में भाव में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. वहीं दूसरी तरफ किसान को आलू स्टोर करने के लिए कोल्ड स्टोरेज में भी जगह नहीं मिल पा रही है. ज्यादातर कोल्ड स्टोरेज अभी से ही हाउसफुल का बोर्ड लगा चुके हैं. ऐसे में किसानों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें न तो मंडी में दाम मिल रहा है और ना ही कोल्ड स्टोरेज में जगह. ऐसी स्थिति में वह अपना आलू कैसे बचाएं. वही उद्यान विभाग का कहना है कि कोल्ड स्टोरेज में आलू भंडारण की पर्याप्त जगह है. किसानों को इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है.

बंपर उत्पादन से आलू किसान मुसीबत में

उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा आलू उत्पादन करता है. देश में कुल उत्पादन का 35 प्रतिशत आलू प्रदेश के किसानों के द्वारा उत्पादित किया जाता है. कानपुर मंडल के अंतर्गत कन्नौज और फर्रुखाबाद जिलों में सबसे ज्यादा आलू की खेती होती है, तो वही आगरा मंडल में बड़े पैमाने पर किसानों के द्वारा आलू पैदा किया जाता है. कानपुर मंडल के कन्नौज और फर्रुखाबाद में इस बार 93 हजार हेक्टेयर भूमि पर आलू की फसल बोई गई थी. वहीं इस बार कानपुर मंडल में ही 30 लाख मीट्रिक टन से अधिक आलू उत्पादन की संभावना जताई गई है, जबकि आलू किसान मंडियों में दाम न मिलने से परेशान हैं.

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उत्तर प्रदेश की प्रमुख मंडियों में आलू का भाव ₹400-500 प्रति कुंतल तक है. जबकि चिप्सोना आलू का रेट ₹800 प्रति कुंटल तक किसानों को मिल रहा है. वहीं एक बीघा आलू की खेती करने में ₹30000 तक लागत आती है. किसान राशिद ने किसान तक से बातचीत में बताया कि उन्होंने करीब 25 बीघा में आलू की खेती की थी. प्रति बीघा पांच बोरा बीज की बुवाई की गई थी, जो लगभग एक हजार रुपये बोरा था, वर्तमान में चल रहे मंडी भाव में उनकी लागत भी नहीं निकल रही है. कोल्ड स्टोरेज में भी आलू स्टोर करने के लिए जगह नहीं है. 

 

पूर्वांचल में आलू की खुदाई जारी

पूर्वांचल में आलू की खुदाई का काम शुरू हो चुका है. अभी 80 फ़ीसदी आलू खेत में ही है. वहीं दूसरी तरफ चंदौली, सोनभद्र जिले में आलू भंडारण के लिए किसानों के पास व्यवस्था नहीं है. जबकि वाराणसी ,गाजीपुर, जौनपुर जिले में अभी कोल्ड स्टोरेज में आलू नहीं पहुंच रहा है. होली के बाद किसानों के द्वारा आलू भंडारण के लिए पहुंचने की संभावना है. पूर्वांचल में ज्यादातर किसानों के द्वारा नवंबर-दिसंबर में आलू की फसल बोई गई है.

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