केंद्रीय बजट 2023 को पेश करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बताया कि पीएम किसान योजना (PM-Kisan Yojana) के तहत देशभर के 11.5 करोड़ किसानों के खातों में 2.24 लाख करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर किए गए हैं. वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया है कि केंद्र ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभार्थियों को 2.24 लाख करोड़ रुपये से अधिक ट्रांसफर किया है. उन्होंने कहा कि इस राशि में से, 1.7 लाख करोड़ रुपये से अधिक, कोविड महामारी के कारण लॉकडाउन के बाद से ट्रांसफर किए गए हैं. इससे देश के किसानों को अपने दैनिक खर्चों का प्रबंधन करने में मदद मिली है.
तोमर ने कहा कि पीएम किसान योजना के तहत दी गई धनराशि ने ग्रामीण आर्थिक विकास में बढ़ावा देने का काम किया है, जिससे किसानों के लिए लोन की कमी को दूर करने में मदद मिली है और कृषि इनपुट में निवेश को बढ़ावा मिला है. कृषि मंत्री ने आगे कहा कि पीएम किसान योजना से किसानों की कृषि संबंधी रिस्क लेने की क्षमता में बढ़ोतरी हुई है.
वहीं अंतर्राष्ट्रीय खाद्य और नीति अनुसंधान संस्थान (IFPRI), द्वारा किए गए एक स्टडी के अनुसार, पीएम-किसान योजना के तहत लाभार्थियों द्वारा प्राप्त धनराशि न केवल उनकी कृषि जरूरतों के लिए मदद कर रही है, बल्कि यह उनके अन्य खर्चों जैसे- शिक्षा, इलाज और शादी आदि में भी मदद कर रही है. ये देश के किसानों पर योजना के सकारात्मक प्रभाव के संकेत हैं.
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प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि, जिसे पीएम-किसान के नाम से जाना जाता है, केंद्रीय सरकार की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक है. इस योजना की शुरुआत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए की गई है. वहीं योजना के तहत पात्र किसानों को सालाना दो हजार रुपये की तीन समान किस्तों में 6000 रुपये की राशि प्रदान की जाती है. किसानों को यह राशि डीबीटी के माध्यम से दी जाती है.
पीएम किसान योजना की 13वीं किस्त का देशभर के करोड़ों किसानों को बेसब्री से इंतजार है. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम किसान योजना की 13वीं किस्त योजना के चार साल सफलतापूर्वक पूरा होने के अवसर पर 24 फरवरी, 2023 से पहले या उसके बाद जारी की जा सकती है.
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