जलपाईगुड़ी में अचानक आए तूफान ने जमकर तबाही मचाई है. अचानक आए चक्रवाती तूफान के कारण जिले में पांच लोगों की मौत हो गई और लगभग 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं. रविवार को दोपहर बाद आए तूफान के कारण कारण यहां बहुत क्षति पहुंची है. तेज हवाओं के कारण कई पेड़ उखड़ गए. कई जगहों पर बिजली के खंभे गिर गए और कई झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं. साथ ही जिले के अधिकांश हिस्सों में जबरदस्त ओलावृ्ष्टि भी हुई है. घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जलपाईगुड़ी दौरे पर पहुंची और अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात साथ ही उनका हालचाल जाना. ममता बनर्जी ने प्रशासन की तरफ से लोगों को हर संभव मदद देने का भी आश्वासन दिया.
चक्रवात ने जलपाईगुड़ी और इसके पड़ोसी जिले अलीपुरद्वार और कूच बिहार के कुछ हिस्सों को प्रभावित किया. जिससे लगभग 800 घर क्षतिग्रस्त हो गए.तूूफान थमने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अलावा राज्यपाल सीवी आनंद बोस और विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी भी चक्रवात प्रभावित जलपाईगुड़ी जिले में पहुंचे.हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही जलपाईगुड़ी का दौरा कर चुकी थी और अब पीड़ितों से मिलने के लिए अलीपुरद्वार भी गई थी. ममता बनर्जी के अलावा राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी चक्रवात प्रभावित इलाकों का दौरा करने और अस्पताल में पीड़ितों से मिलने के लिए जलपाईगुड़ी पहुंचे.
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विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी भी जलपाईगुड़ी पहुंचे और जलपाईगुड़ी अस्पताल में जाकर भर्ती घायलों से मुलाकात की. अचानक आए इस चक्रवात ने जलपाईगुड़ी और इसके पड़ोसी जिले अलीपुरद्वार और कूच बिहार के कुछ हिस्सों को भी प्रभावित किया है. इससे लगभग 800 घरों को नुकसान पहुंचा हैं.कल दोपहर बाद आए इस चक्रवाती तूफान ने कुछ ही मिनटो में कई घरों को तबाह कर दिया और कई पेड़ क्षतिग्रस्त हो गई. इसके बाद शुरुआत में घायलों को मैनागुड़ी अस्पताल ले जाया गया. फिर उन्हें जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल ले जाया गया.घायलों में दो बच्चों की गंभीर हालत में रात में ही नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया.
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तूफ़ान की तीव्रता इतनी ज़्यादा थी कि इसने घरों, मोटरसाइकिलों और कारों को ताश के पत्तों की तरह एक जगह से दूसरी जगह फेंक दिया.तूफान का असर पड़ोसी जिले अलीपुरद्वार और कूच बिहार पर भी पड़ा है और कहा जा रहा है कि कई संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अचानक यह तूफ़ान तीस्ता नदी की गोद से शुरू हुआ और तेज़ आवाज़ के साथ इस तूफ़ान ने कई बड़े-बड़े पेड़ों को उखाड़ फेंका.स्थिति को देखकर फायर ब्रिगेड समेत प्रशासन के विभिन्न स्तर के अधिकारी मौके पर पहुंचे.अलग-अलग स्थानीय दलों के नेताओं से लेकर मंत्री तक सभी घायलों को देखने अस्पताल पहुंचे और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की.वहीं, राज्यपाल के आदेश पर एक विशेष सेल खोला गया है. (अनुपम की रिपोर्ट)
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