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मैदानी इलाकों में गर्मी तो पहाड़ों में बर्फबारी, आखिर क्या है इस विपरीत मौसम की वजह?

मैदानी इलाकों में गर्मी तो पहाड़ों में बर्फबारी, आखिर क्या है इस विपरीत मौसम की वजह?

मौसम विभाग के सीनियर साइंटिस्ट नरेश कुमार ने बताया कि मौसम में इस तरह का बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की वजह से देखा गया है. इस विक्षोभ के कारण पहाड़ों में जैसे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में बादल छाए रहे और मैदानी इलाकों में बारिश दर्ज की गई. उन्होंने बताया कि अभी तापमान में बहुत अधिक वृद्धि नहीं है, लेकिन आने वाले समय में इसमें बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है.

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देश के कई हिस्सों में बारिश की संभावना देश के कई हिस्सों में बारिश की संभावना

अभी देश के कई हिस्सों में मौसम में बड़ा फेरबदल देखा जा रहा है. इसमें सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि मैदानी इलाकों में गर्मी का प्रकोप शुरू हो गया है, जबकि पहाड़ों में अब भी ठंड और बर्फबारी हो रही है. हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में बर्फबारी जारी है. दूसरी ओर उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत के तमाम राज्यों में तेज धूप के साथ गर्मी ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है. इससे देश में अभी दो तरह के विपरीत मौसम देखे जा रहे हैं. आखिर इस तरह के मौसम की वजह क्या है?

इसके बारे में मौसम विज्ञानिकों ने पूरी जानकारी दी है. इस बारे में मौसम विभाग के सीनियर साइंटिस्ट नरेश कुमार ने डिटेल में बात की है. नरेश कुमार ने बताया कि मौसम में इस तरह का बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की वजह से देखा गया है. इस विक्षोभ के कारण पहाड़ों में जैसे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में बादल छाए रहे और मैदानी इलाकों में बारिश दर्ज की गई. उन्होंने बताया कि अभी तापमान में बहुत अधिक वृद्धि नहीं है, लेकिन आने वाले समय में इसमें बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है. मैदानी इलाकों और पहाड़ों में विपरीत मौसम के पीछे असली वजह पश्चिमी विक्षोभ है.

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कब से चलेगी लू?

नरेश कुमार ने कहा कि तीन अप्रैल के बाद पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और रायलसीमा में लू की स्थिति बन सकती है. नई दिल्ली की जहां तक बात है तो बीते शुक्रवार को यहां सबसे अधिक तापमान रिकॉर्ड किया गया है. आने वाले समय में भी तापमान बढ़ सकता है. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में दो से तीन डिग्री तक तापमान बढ़ेंगे. हालांकि दिल्ली में अभी लू की स्थिति बनती हुई नहीं दिख रही है क्योंकि उसके लिए 40 डिग्री का तापमान होना जरूरी है. अभी ऐसा तापमान दिल्ली में बढ़ता हुआ नहीं दिख रहा है.

एक्सपर्ट की राय

नरेश कुमार ने बताया कि आने वाले चार-पांच दिनों में पूरे उत्तर पश्चिम भारत, यहां तक कि दिल्ली एनसीआर में भी किसी तरह की लू की संभावना बनती नहीं दिख रही है. पहाड़ों की जहां तक बात है तो हिमालयी क्षेत्र में एक और पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है जिससे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में बारिश और ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हो सकती है. नरेश कुमार ने कहा कि सोमवार को इसमें कुछ नरमी रहेगी लेकिन आगे चलकर इसमें तेजी दिखने की संभावना है.

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तूफान-बारिश की आशंका

इस नए पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तरी भारत में नहीं दिखेगा बल्कि हिमालयी राज्यों में ही मौसमी बदलाव आएंगे. इसमें बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना है. उत्तर पूर्व के कई राज्यों में तूफान और बारिश का असर है. इसमें बिहार और झारखंड भी शामिल हैं जहां के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट दिया है. असम, अरुणाचल प्रदेश और जलपाईगुड़ी के लिए सोमवार को ऑरेंज अलर्ट दिया गया है. कल से बारिश और तूफान की तीव्रता कम होगी और उसके बाद मौसम बिल्कुल सामान्य हो जाएगा.(अनामिका की रिपोर्ट)