
देश के लगभग सभी राज्यों में किसान धान की खेती रोपाई करने लगे हैं. दरअसल, धान खरीफ सीजन की मुख्य फसल है. वहीं, जुलाई के अंत में कई राज्यों के किसान धान खेती करने लगे हैं. बता दें कि धान की खेती के लिए ज्यादा मात्रा में पानी की जरूरत होती है. ऐसे में जो किसान अभी तक धान की रोपाई नहीं किए हैं और धान की जल्दी तैयार होने वाली पछेती वैरायटी के बीज ढुंढ रहे हैं तो ये खबर उनके लिए है. दरअसल, राष्ट्रीय बीज निगम किसानों के लिए धान की स्वर्ण सब-1 किस्म का बीच बेच रहा है. ऐसे में अगर आप कम पानी में धान की खेती करना चाहते हैं तो आप इस बीज को घर बैठे मंगवा सकते हैं और धान की खेती कर सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे.
भारतीय किसान देश में बड़े स्तर पर धान की खेती करते हैं. ऐसे में किसानों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन धान की उन्नत किस्म स्वर्ण सब-1 के बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
ये धान की एक खास किस्म है, जिसकी खेती जुलाई के अंत तक आसानी से की जा सकती है. ये किस्म सिंचित अवस्था के लिए उपयुक्त मानी जाती है. स्वर्ण सब-1 एक अर्ध-बौनी किस्म है और सीधी बुवाई की स्थिति में 145 दिनों में और बीज रोपने की स्थिति में 150 दिनों में पक जाती है. साथ ही स्वर्ण-सब-1 चावल दो से तीन सप्ताह तक बाढ़ में डूबने के प्रति प्रतिरोधी है, जिससे जोखिम कम होता है और किसानों के लिए अधिक उपज लिया जा सकता है. इसका दाना मध्यम पतला होता है. सामान्य परिस्थितियों में इसकी उपज 4.5-5.5 टन प्रति हेक्टेयर होती है, जबकि दबाव की स्थिति में उपज घटकर 3 से 4 टन प्रति हेक्टेयर रह जाती है.
अगर आप धान की खेती करना चाहते हैं तो स्वर्ण सब-1 किस्म के 6 किलो वाले बीज का पैकेट फिलहाल 23 फीसदी छूट के साथ 340 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट से खरीद सकते हैं. इसे खरीद कर आप आसानी से धान की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. बता दें कि किसानों को धान के बीज के पैकेट खरीदने पर जैकेट मुफ्त में मिल रहा है.
धान की खेती करने के लिए सबसे पहले खेत को तैयार करना होता है. इसके लिए किसान खेत को अच्छी तरह से जोतकर समतल करें. अगर धान की सीधी बुवाई कर रहे हैं तो खेत में हल्की नमी बनाए रखें. साथ ही अगर परंपरागत तरीके से रोपाई कर रहे हैं तो खेत में पानी जमा कर दें. वहीं, सीधी बुवाई के लिए बीज को खेत में सीधे बुवाई करें, जैसे कि गेहूं की बुवाई करते हैं. इसके साथ ही रोपाई के लिए नर्सरी में उगाए गए धान के पौधों की खेत में रोपाई करें.
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