Millets: संसद में मोटे अनाज के सूप से हुई भोज की शुरुआत, जानें मेन्यू में क्या-क्या था शाम‍िल

Millets: संसद में मोटे अनाज के सूप से हुई भोज की शुरुआत, जानें मेन्यू में क्या-क्या था शाम‍िल

आज कृषि मंत्रालय की तरफ से संसद भवन में मोटे अनाज के भोज का आयोजन किया गया. कृषि मंत्रालय की मेजबानी में आयोजित हुए इस भोज कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों को भी न्योता भेजा गया था. 

Advertisement
Millets: संसद में मोटे अनाज के सूप से हुई भोज की शुरुआत, जानें मेन्यू में क्या-क्या था शाम‍िलसंसद में आयोजित किया गया मोटे अनाजों का भोज

कृषि मंत्रालय की तरफ से मंगलवार को संसद भवन में मोटे अनाज का भोज (लंच) आयोज‍ित क‍िया गया. 'इंटरनेशन ईयर ऑफ म‍िलेट्स' के अवसर पर आयोज‍ित इस भोज को व‍िशेष बनाने के ल‍िए कृष‍ि मंत्रालय की तरफ से व‍िशेष तैयार‍ियां की गई थीं. ज‍िसके तहत राजस्थान और कर्नाटक के व‍िशेष सेफ (खानसामे) बुलाए गए थे. तो वहीं इस भोज के ल‍िए राष्ट्रपत‍ि द्रोप्रदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी समेत दोनों सदनों को आमंत्र‍ित क‍िया गया था.

ऐसे में आइये जानते हैं क‍ि संसद भवन में आयोज‍ित इस मोटे अनाज के भोज में राष्ट्रपत‍ि, पीएम समेत सभी संसद सदस्यों को मोटे अनाज से बने कौन से पकवान परोसे गए थे.  

मोटे अनाज के सूप से हुई शुरुआत 

संसद में आयोज‍ित मोटे अनाज के भाेज की शुरुआत सूप से हुई. तो वहीं इसके बाद मेन कोर्स में मोटे अनाज से बने कई पकवान सभी को पराेसे गए. वहीं इसके बाद भोज में व‍िशेष तौर पर मोटे अनाज से बनी म‍िठाईयों को भी शाम‍िल क‍िया गया था. आइये जानते हैं क‍ि भोज में सूप के साथ ही मेन कोर्स और म‍िठाईयों में क्या पकवान थे. 

ये भी पढ़ें: भारत से ‘विटामिन सी की खुराक’ लेने से परहेेज कर रहा बांग्लादेश! संतरे की राह भी मुश्किल बनाई

सूप 

सूप- बजरे की राबड़ी, पर्ल मिलेट सूप
रागी डोसा- कटी हुई प्याज और हरी मिर्च से भरा हुआ बाजरे के आटे से बना साउथ इंडियन क्रेप
रागी रोटी- फिंगर मिलेट के आटे से बनी भारतीय फ्लैटब्रेड
उच्छल चटनी- लहसुन, सूखे नारियल के साथ नाइजर ग्राउंडेड और मूंगफली
कालू हुली- मिश्रित सब्जियों से बनी करी, लोबिया, बंगाल ग्राम और फील्ड बीन
लहसुन चटनी- लहसुन की फली और सूखी लाल मिर्च को पीस कर बनाया गया पेस्ट 
चटनी पाउडर- घी के साथ भुना हुआ चना 

मेन कोर्स 

कढ़ी- बेसन से बनी छाछ और गार्निश की हुई हरी मिर्च, हरा धनिया और करी के पत्ते 
कालू पाल्या- मोठ बीन और नारियल करी
खरा बूंदी- चने के आटे से बने कुरकुरे तले हुए ग्लोब्यूल्स
फॉक्सटेल बाजरा दही चावल
जोलाधा रोटी
सलाद - ककड़ी, प्याज, गाजर, और टमाटर

ये भी पढ़ें: खाद, बीज, कीटनाशक और कृष‍ि मशीनरी से नहीं हटेगा जीएसटी

मिठाइयां

रागी हलवा - रागी, गुड़ से बनी मिठाइयां. नारियल, इलायची और घी.
ज्वार का हलवा - ज्वार, खंजर से बने मीठे कन्फेक्शन.
गाजर का हलवा
बाजरे की खीर
बाजरा केके - बाजरे के आटे और सूखे मेवों से बना केक.

मोटे अनाजों को दिया जा रहा है बढ़ावा 

संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के प्रस्ताव पर साल 2023 को पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के तौर पर मनाने जा रही है. वहीं, इनदिनों भारत में मोटे अनाज (Millets) की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके साथ ही पौष्टिक माने जाने वाले मोटे अनाजों के सेवन को बढ़ावा देने के लिए अभियान भी चलाया जा रहा है. 

ये भी पढ़ें:  

POST A COMMENT