पिछले कुछ सालों से होम गार्डनिंग में बहुत से लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है. लोग थोड़े बहुत फल-सब्जी और मसाले बाजार से खरीदने की बजाय घर में उगाना अधिक पसंद करते हैं. किचन गार्डनिंग करने वाले लोग तो खूब हैं लेकिन कुछ लोगों को उसमें सफलता नहीं मिल पाती है. पौधों को तैयार करना और उनसे मनमुताबिक फल पाना एक बड़ा चैलेंज होता है. कुछ लोग बताते हैं कि उनके गार्डन में लगे पौधे या तो सही से तैयार नहीं हो पाते या फिर उसमें फल नहीं आते. इस खबर में बैंगन के बारे में बताने जा रहे हैं. अगर बैंगन के पौधे में कीड़े लग गए हैं तो उन्हें कैसे ठीक कर सकते हैं.
किचन गार्डन में लगाए गए पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए हवा, पानी, मिट्टी और खाद का सही संतुलन बनाए रखना जरूरी होता है. अगर बैंगन में कीड़े लग रहे हैं तो समझ लीजिए कि वातावरण या खाद-पानी में कमी या जरूरत से ज्यादा दे दिया है. अधिक नमी कीड़े लगने का सबसे बड़ा कारण होती है, अगर पौधों को धूप नहीं मिलेगी तो भी कीड़े लगने की संभावना होती है, इसके अलावा पौधे के आसपास गंदा पानी या किसी तरह की गंदगी होने पर भी कीड़े लग जाते हैं.
बैंगन के पौधे को कीड़ों से बचाने के लिए उन्हें ऐसी जगह पर लगाना चाहिए जहां दिन में कम से कम 8 घंटे की धूप लगनी जरूरी है. हालांकि जब पौधे छोटे होते हैं तो इन्हें सीधी धूप से बचाकर रखना चाहिए. इसके अलावा पौधे को जरूरत से ज्यादा पानी नहीं देना चाहिए. जब भी पौधे की सिंचाई करें तो हाथ से छूकर नमी की जांच करें, अगर मिट्टी सूखती नजर आए तो ही पानी दें. इसके अलावा कुछ देसी उपाय हैं जिनको अपनाकर आप पौधे को कीटों से बचा सकते हैं.
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राख एक प्राकृतिक कीटनाशक है इससे आप बैंगन ही अन्य अन्य गार्डनिंग प्लांट्स को कीटों से बचा सकते हैं. इसमें फॉस्फोरस और नाइट्रोजन होता है जो किसी भी पौधों के बढ़ने में भी मददगार होते हैं. राख का इस्तेमाल करने के लिए इसे पानी में घोल दीजिए और इसका स्प्रे करें.
किचन गार्डनिंग करने वाले लोगों को हमेशा गार्डन को ऑर्गेनिक बनाए रखने की सलाह दी जाती है. गार्डनिंग करने वाले लोगों को कीटनाशक के रूप में कोई पेस्टीसाइड छिड़कने की बजाय नीम के तेल का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है, नीम के तेल को आप पानी में मिलाकर छिड़क सकते हैं.
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