कोहरे और ठंड का प्रकोप शुरू, मैदानी इलाकों में धुंध ने भी बढ़ाई परेशानी

कोहरे और ठंड का प्रकोप शुरू, मैदानी इलाकों में धुंध ने भी बढ़ाई परेशानी

इस बार ठंड देर से आई है. अब इसका असर देश के कई इलाकों में दिखने लगा है. ठंड बढ़ने के साथ ही कोहरे ने पूरी गंभीरता से दस्तक दी है. कई शहरों में दृश्यता शून्य पर चली गई है जिससे गाड़ी चलाने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कोहरे के चलते कई ट्रेनों को कैंसिल किया गया है. सड़क दुर्घटना की भी खबरें हैं.

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कोहरे और ठंड का प्रकोप शुरू, मैदानी इलाकों में धुंध ने भी बढ़ाई परेशानीठंड बढ़ने के साथ ही कोहरे ने भी बढ़ाई परेशानी (ANI)

उत्तर भारत में कोहरे और धुंध से अगले एक हफ्ते तक लोगों को परेशान होना पड़ेगा. चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि अगले एक हफ्ते पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा में धुंध और कोहरे की चादर रहेगी. इसकी वजह से विजिबिलिटी कई जिलों में शून्य के बराबर रहेगी. सड़कों पर लोगों को देखने, गाड़ी चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा. इसके अलावा अगले एक हफ्ते तक मौसम खुश्क रहेगा और बारिश नहीं होने की संभावना है. मनमोहन सिंह ने बताया की दिन और रात के तापमान में भी अगले एक हफ्ते गिरावट दर्ज की जाएगी जिससे ठंड और बढ़ेगी.

उत्तर भारत में सर्दी के आगमन के साथ ही कोहरे का क़हर पड़ना शुरू हो गया है. बीते कुछ घंटों में हरियाणा और पंजाब में सड़क दुर्घटना में लोगों की जान गई है. कोहरे की वजह से पचास से ज़्यादा ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. मौसम विभाग का कहना है कि अगले एक हफ्ते तक कोहरे का क़हर लगातार जारी रहेगा. बीते 24 घंटों में हरियाणा और पंजाब में सड़क दुर्घटना में 12 लोगों की जान गई है. 38 घायल हुए हैं और 50 से ज़्यादा ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. मौसम विभाग का कहना है कि अगले कम से कम पांच दिन तक कोहरे का क़हर लगातार जारी रहेगा. 

भयंकर कोहरे की दस्तक

दूसरी ओर, राजस्थान के चूरू में मंगलवार को भयंकर कोहरे ने दस्तक दी. देर रात से ही कोहरे ने शहर को अपने आगोश में ले लिया था. तो वही बाहरी इलाकों में इसका असर कुछ ज्यादा देखा गया. राजमार्ग से गुजरने वाले वाहन चालक अपनी गाड़ियों की हेडलाइट जलाकर और डिपर के सहारे वाहन चला रहे हैं. वही सर्दी ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. 

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चूरू आसपास के इलाकों में धुंध के कारण सर्दी बढ़ गई है. वैसे सर्दी सुबह शाम ही ज्यादा रहती है. दोपहर में सूरज निकलने से कुछ राहत मिल रही है. सोमवार को घिरे बरसाती बादल ओर कोहरे से किसान काफी खुश हैं. किसानों की मानें तो कोहरे से फसलों को काफी फायदा मिलेगा.
 
हालांकि दिहाड़ी मजदूरी करने वाले और रोज काम करके रोजी-रोटी चलाने वाले लोगों को कोहरे और धुंध से परेशानी देखी जा रही है. ऐसे लोगों का काम कम हो गया है क्योंकि देर से धूप निकलती है और लोग भी देर से ही घरों से निकलते हैं. लोग अलाव का सहारा लेते दिख रहे हैं. सुबह-सुबह सैर करने वालों की संख्या में कमी दिखाई देने लगी है.

शेखावाटी में हालत खराब

अगली खबर राजस्थान के ही शेखावाटी की है. यहां ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है. देश में ठंड हमेशा पहाड़ों में बर्फबारी के बाद उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलते बढ़ती है. लेकिन इस बार अरब सागर से गुजरात के रेगिस्तानी इलाकों से होते हुए फतेहपुर शेखावाटी से ठंड ने दस्तक दी है. इस कारण बर्फबारी नहीं होने के बावजूद हवाओं में नमी है. 

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राजस्थान के फतेहपुर में पारा सबसे कम रहा जो जमाव बिंदु 0 डिग्री पर पहुंच गया. हर बार पहाड़ों में बर्फबारी के बाद तापमान दिसंबर में माइनस में चला जाता है, लेकिन इस बार ठंड आने में देरी देखी गई है. फतेहपुर शेखावाटी का तापमान इन दिनों हिल स्टेशन शिमला, कुल्लू और मनाली से भी कम दर्ज किया जा रहा है.

इन शहरों में येलो अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में कई जगह मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर सीकर, चूरू, हनुमानगढ़ और करौली जिले में अगले 48 घंटे के दौरान कई जगह शीतलहर की चेतावनी दी है. सीकर में सोमवार को तापमान में हल्की बढ़ोतरी देखी गई. फतेहपुर के कृषि अनुसंधान केंद्र में न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री दर्ज हुआ. शुक्रवार को फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री और अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री दर्ज किया गया. एक बार फिर तेज सर्दी के लौटने से रबी की अगेती गेहूं और सरसों की फसल को ज्यादा फायदा होगा. प्रदेश में 22 फरवरी से मौसम साफ रहने की संभावना है.

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