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Wheat Price: पांचवें दौर की ई-नीलामी में FCI ने 5.39 लाख टन बेचा गेहूं, आम आदमी को मिलेगी राहत

Wheat Price: पांचवें दौर की ई-नीलामी में FCI ने 5.39 लाख टन बेचा गेहूं, आम आदमी को मिलेगी राहत

भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत पांचवें दौर की नीलामी में ₹1,185 करोड़ मूल्य का 5.39 लाख टन गेहूं बेचा. खाद्य मंत्रालय के अनुसार, इस तरह की बिक्री ने पूरे देश में गेहूं और गेहूं आटा कीमत को कम करने में अहम असर डाला है. अब अगली ई-नीलामी 15 मार्च को होगी.

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पांचवें दौर की ई-नीलामी में FCI ने 5.39 लाख टन बेचा गेहूं, फोटो साभार: Freepik पांचवें दौर की ई-नीलामी में FCI ने 5.39 लाख टन बेचा गेहूं, फोटो साभार: Freepik

भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत पांचवें दौर की नीलामी में ₹1,185 करोड़ मूल्य का 5.39 लाख टन गेहूं बेचा. यह नीलामी के पांचवें दौर के लिए प्रस्तावित 11.87 टन का केवल 45 प्रतिशत था, हालांकि औसत भारित मूल्य में वृद्धि हुई  है. मध्य प्रदेश में उठाव, जहां नई फसल मंडियों में आनी शुरू हो गई है, केवल 10 प्रतिशत थी. यह दर्शाता है कि ₹2,1252 /क्विंटल पर व्यापार की मिलीजुली प्रतिक्रिया के बाद, राज्य में गेहूं की बाजार दरों में गिरावट हो सकती है. वहीं पंजाब में केवल 51.5 प्रतिशत गेहूं की बिक्री हुई, उत्तर प्रदेश में 90 प्रतिशत बिक्री हुई और राजस्थान में 60 प्रतिशत बिक्री हुई. 

दूसरी ओर, पिछले दौर से पांचवें दौर में अखिल भारतीय भारित औसत बिक्री मूल्य लगभग ₹4/क्विंटल बढ़कर ₹2,197.91/क्विंटल हो गया. कई विशेषज्ञों ने कहा है कि सरकारी नीलामी से पहले व्यापारियों द्वारा उन राज्यों में उच्च कीमतों की पेशकश के कारण था जहां सप्लाई लगभग बंद थी.

तमिलनाडु में 100 प्रतिशत गेहूं का उठान

नीलामी के चौथे दौर में अखिल भारतीय भारित औसत बिक्री मूल्य ₹2,193.82/क्विंटल, तीसरे दौर में ₹2,172.08/क्विंटल, दूसरे दौर में ₹2,338.01/क्विंटल और पहले दौर में ₹2,474/क्विंटल था. “पांचवें दौर में समग्र प्रस्ताव को चौथे में 11.57 लाख टन से बढ़ाकर 11.87 लाख टन कर दिया गया था, अधिकतम 7.48 लाख टन मध्य प्रदेश और पंजाब को आवंटित किया गया था. तमिलनाडु में, बिक्री पर पेश किए गए 28,500 टन का उठान 100 प्रतिशत था, जबकि 11 अन्य राज्यों में उठाव 90-100 प्रतिशत था.

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बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, एक आटा मिलर्स ने कहा, “नीलामी के पांचवें दौर में सर्वाधिक 4,47,522 टन प्राप्त करने वाले राज्य मध्य प्रदेश में केवल 45,234 टन की बिक्री हुई. पंजाब में 3,00,244 टन में से 1,54,528 टन, उत्तर प्रदेश में 13,500 टन 15,000 टन और राजस्थान में 30,300 टन 50,000 टन की बिक्री हुई.

चौथी नीलामी में 5.40 लाख मीट्रिक टन गेहूं बिका

उपलब्धता के बारे में अटकलों के बीच पहली नीलामी में 9.13 लाख टन गेहूं बेचा गया था. हालांकि, दूसरे दौर में केवल 3.85 लाख टन की बिक्री हुई, क्योंकि व्यापारियों को रिजर्व मूल्य में कटौती का इंतजार था, जिसकी घोषणा ई-नीलामी के तीसरे दौर में की गई थी, जिसमें 5.07 लाख टन की बिक्री हुई थी. चौथे दौर में एफसीआई द्वारा 5.40 लाख टन गेहूं बेचा गया.

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गुरुवार की नीलामी के बाद, ओएमएसएस के तहत बेचा गया स्टॉक गेहूं 45 लाख टन के कुल आवंटन के मुकाबले बढ़कर 28.86 लाख टन हो गया है. इसके अलावा, 8 मार्च तक 19.51 लाख टन उठ गया था. खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘इस तरह की बिक्री ने पूरे देश में गेहूं और गेहूं आटा कीमत को कम करने में अहम असर डाला है, जिसके ओएमएसएस के तहत गेहूं की खुली बिक्री के लिए भविष्य की टेंडर्स के साथ स्थिर बने रहने की उम्मीद है.’ अब अगली ई-नीलामी 15 मार्च को होगी.

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