PM Kisan Yojana: इन किसानों को नहीं मिलेगी 17वीं किस्त, पहले मिला पैसा भी लौटाना होगा

PM Kisan Yojana: इन किसानों को नहीं मिलेगी 17वीं किस्त, पहले मिला पैसा भी लौटाना होगा

इसके लिए सालाना ब्लॉक बजट करीब 7 करोड़ 20 लाख रुपये है. जो सीधे किसानों के खाते में भेजा जाता है. इस योजना से कई किसानों को फायदा हुआ है. हाल ही में 28 फरवरी को इस योजना की 16वीं किस्त किसानों के खाते में भेज दी गई है. यह योजना सीमांत और छोटी भूमि वाले किसानों के लिए काफी मददगार साबित हो रही है.

Advertisement
PM Kisan Yojana: इन किसानों को नहीं मिलेगी 17वीं किस्त, पहले मिला पैसा भी लौटाना होगापीएम किसान 17th installment

केंद्र सरकार किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना चलाती है. पात्र किसान इस योजना से जुड़कर आर्थिक लाभ उठा सकते हैं. पीएम किसान योजना के तहत सरकार हर चार महीने में 2,000 रुपये की किस्त देती है, यानी किसानों को सालाना कुल 6,000 रुपये का फायदा होता है. 28 फरवरी को सरकार ने 16वीं किस्त जारी की, जिसका फायदा करीब 9 करोड़ किसानों को मिला. वहीं, इसके बाद 17वीं किस्त जारी की जाएगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ किसान ऐसे भी हो सकते हैं जो इस किस्त के लाभ से वंचित रह सकते हैं? शायद नहीं, तो आइए जानें कि ऐसा क्यों हो सकता है.

इस योजना से कई किसानों को हुआ फायदा

इसके लिए सालाना ब्लॉक बजट करीब 7 करोड़ 20 लाख रुपये है. जो सीधे किसानों के खाते में भेजा जाता है. इस योजना से कई किसानों को फायदा हुआ है. हाल ही में 28 फरवरी को इस योजना की 16वीं किस्त किसानों के खाते में भेज दी गई है. यह योजना सीमांत और छोटी भूमि वाले किसानों के लिए काफी मददगार साबित हो रही है. अब तक इस योजना से किसानों को करीब 36 करोड़ रुपये मिल चुके हैं.

अपात्र किसानों को भेजा गया नोटिस 

इस योजना का लाभ सरकारी कर्मचारियों, पेंशनभोगियों और आयकर भरने वाले किसानों को नहीं दिया जाता है. एक ही घर में पति-पत्नी में से किसी एक को ही इस योजना का लाभ मिल सकता है. इसे देखते हुए पिछले दो साल से कई किसानों की यह राशि रोक दी गयी थी.

ये भी पढ़ें: किसान आंदोलन से 100 ट्रेनें प्रभावित, 6 राज्यों में ट्रैक जाम करने के बाद 14 मार्च को दिल्ली कूच की तैयारी

इसके लिए प्रखंड के करीब 100 किसानों को नोटिस भी जारी किया गया था. बाद में जांच के दौरान 22 अपात्र किसानों से राशि की वसूली की गयी. कुछ किसानों ने यह राशि लेना बंद कर दिया लेकिन अभी भी इसके लाभार्थियों की संख्या 12000 से अधिक है. जिसमें हर साल किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है. करीब पांच सौ से अधिक किसान बढ़ गए हैं.

इतने किसान रह गए हैं वंचित

प्रखंड में करीब 100 किसान ऐसे हैं जिनके खाते में यह राशि नहीं आयी है. जिसका किसान इंतजार कर रहे हैं. इसका कारण यह है कि कई किसानों का ईकेवाईसी और एनपीसीआई का काम अभी तक नहीं हो पाया है. कृषि विभाग के सूत्रों की मानें तो ऐसे किसान अपने मोबाइल से भी यह काम कर सकते हैं. आप इसे सीएससी सेंटर और अपने पंचायत के कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार की मदद से भी कर सकते हैं. इसके बाद खाते में रकम आनी शुरू हो जाएगी.

इस तरह किसानों का अटक सकता है पैसा

  • तय समय के भीतर आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक नहीं कराने वाले किसानों की 17वीं किस्त अटक सकती है. नियमों के तहत यह कार्य कराना अनिवार्य है. इसलिए आप बैंक जाकर यह काम करवाकर लाभ उठा सकते हैं.
  • ई-केवाईसी नहीं कराने वाले किसान किस्तों के लाभ से भी वंचित हो जाएंगे. 16वीं किस्त में भी ई-केवाईसी नहीं कराने के कारण बड़ी संख्या में किसान किस्त से वंचित रह गए. इसलिए, योजना पोर्टल pmkisan.gov.in के माध्यम से निकटतम सीएससी केंद्र पर जाएं या बैंक में जाकर निर्धारित समय के भीतर ई-केवाईसी करा लें.
  • जमीन का सत्यापन नहीं कराने वाले किसान 17वीं किस्त से वंचित भी हो सकते हैं. सरकार ने पहले ही साफ कर दिया था कि योजना से जुड़े हर किसान को जमीन का सत्यापन कराना अनिवार्य है. इसलिए अगर आप किस्तों का फायदा उठाना चाहते हैं तो जल्द से जल्द ये काम निपटा लें.
  • यदि आपके आवेदन पत्र में कोई गलती है. यदि आपको अपात्र घोषित कर दिया गया है. अगर आपके द्वारा दी गई बैंक खाते की जानकारी गलत है तो भी आपकी किस्त अटक सकती है.
POST A COMMENT