उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में करगैना साधन सहकारी समिति के पूर्व सचिव कृष्ण मुरारी पर लाखों रुपये के गबन का आरोप लगा है. आरोपी कृष्ण मुरारी को अमरिया पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोपी पर किसानों के तीन लाख रुपये से ज्यादा की रकम के गबन का आरोप लगा है. आरोपी सचिव के खिलाफ अमरिया थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसमें कहा गया है कि कृष्ण मुरारी करगैना सहकारी समिति में वर्ष 2000 से 2016 तक सचिव के पद पर रहे. उन पर आरोप है कि इस दौरान उन्होंने समिति में तीन लाख रुपये की हेराफेरी की.
'दैनिक हिन्दुस्तान' की रिपोर्ट के अनुसार, भूरकोनी निवासी मंगली प्रसाद के पुत्र प्रसादी लाल ने कोर्ट के आदेश पर 26 जून 2022 को थाना अमरिया में आरोपी सचिव कृष्ण मुरारी के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसके बाद कार्रवाई करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की गई है.
इस रिपोर्ट में 90 हजार रुपये के फर्जी लोन के गबन का आरोप लगाया गया है. हालांकि, उस वक्त वह सहकारी समिति के सचिव पद से रिटायर हो गए थे. पीड़ित ने आरोप लगाया था कि उसने पहले में भी उक्त सचिव की कई बार शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. मुकदमा दर्ज कर उसकी विवेचना थाना अमरिया में तैनात उप निरीक्षक मोहित कुमार चौधरी कर रहे थे.
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विवेचना के दौरान आरोपी के खिलाफ सबूत इकट्ठा किए गए. सबूत इकट्ठा करने के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की. तलाश के दौरान शुक्रवार को पुलिस को मिली एक सूचना के आधार पर आरोपी कृष्ण मुरारी को बरेली जिले के अमरिया तहसील के गेट से गिरफ्तार किया गया. कानूनी कार्रवाई करने के बाद उनको कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया. प्रभारी निरीक्षक अमरिया मुकेश शुक्ला ने बताया कि जल्द मुकदमे में आरोप पत्र दायर कर कोर्ट में पेश किया जाएगा.
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