देश में गेहूं के दाम (Wheat Price) बढ़ने से आटे के दाम भी बढ़ गए थे, लेकिन भारतीय खाद्य निगम (FCI) की तरफ से खुले बाजार में 9.2 लाख टन गेहूं बेचने की वजह से कीमतों में भारी गिरावट दर्ज हुई है. वहीं अभी और गिरावट होने की संभावना है. दरअसल, केंद्र सरकार ने गेहूं के दाम पर लगाम लगाने के लिए बफर स्टॉक से 25 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बेचने का फैसला किया है. वहीं FCI ने 1 और 2 फरवरी को ई-नीलामी में ओपन मार्केट सेल स्कीम के तहत निर्धारित 25 लाख मीट्रिक टन गेहूं में से 22 लाख मीट्रिक टन सेल करने की पेशकश की थी. इस ई-नीलामी के पहले दौर में, 1150 से अधिक बोली लगाने वालों ने भाग लिया था और देशभर में कुल 9.2 लाख टन गेहूं बेचा गया था. वहीं खाद्य मंत्रालय ने कहा है कि ई-नीलामी के जरिए दूसरे दौर की बिक्री अब 15 फरवरी को होगी.
बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के अनुसार एफसीआई ने बफर स्टॉक से गेहूं की ई-नीलामी के पहले दौर में 22 लाख मीट्रिक टन में से 9.2 लाख टन यानी 42 प्रतिशत बिक्री पर आश्चर्य व्यक्त किया है. साथ ही बिक्री के अगले दौर को एक सप्ताह के लिए स्थगित करने को कहा है. इसके अलावा भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने शुक्रवार रात को अपने सभी जोनल कार्यालयों और डिपो को ई-नीलामी की तारीख में भी बदलाव करने को कहा है और 3 फरवरी से 10 फरवरी के लिए निर्धारित टेंडर नोटिफिकेशन के अपलोड को स्थगित करने का निर्देश दिया है.
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वहीं एफसीआई ने सभी डिपो प्रबंधकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि ई-नीलामी के पहले दौर में खरीदारी किए सभी बोलीदाता निर्धारित समय के भीतर कीमत का भुगतान कर अपने स्टॉक को तुरंत उठा लें.
बता दें कि 27 जनवरी को मीडिया को संबोधित करते हुए, एफसीआई के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अशोक के मीणा ने कहा था कि नीलामी प्रत्येक बुधवार को साप्ताहिक होगी. पहली ई-नीलामी एक फरवरी को होगी और 15 मार्च तक चलेगी, तब तक नई फसल मंडियों में आनी शुरू हो जाएगी.
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