'किसान तक' का किसान कारवां पहुंचा नवाबगंज, विशेषज्ञों ने बताया फूल की खेती से इनकम दोगुनी करने का फॉर्मूला

'किसान तक' का किसान कारवां पहुंचा नवाबगंज, विशेषज्ञों ने बताया फूल की खेती से इनकम दोगुनी करने का फॉर्मूला

शहर के जाने-माने विशेषज्ञ डॉक्टर विकास वर्मा ने भी किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि वे प्राकृतिक रूप से खेती करते आ रहे हैं. उत्तम क्वालिटी के पेड़ लगा कर उन्होंने किसानों की आय को भी दोगुना किया है.

Advertisement
'किसान तक' का किसान कारवां पहुंचा UP के नवाबगंज, विशेषज्ञों ने बताया फूल की खेती से इनकम दोगुनी करने का फॉर्मूलाइस कार्यक्रम में स्वराज ट्रैक्टर की टीम ने भी किसानों को उन्नत खेती करने के तौर तरीके बारे में जानकारी दी.

इंडिया टुडे ग्रुप के सहयोगी वेब चैनल 'किसान तक' का कारवां बरेली के नवाबगंज कस्बे में पहुंचा. यहां किसानों से बातचीत की गई और उनके सावलों का एक्सपर्ट ने जबाब दिया. कार्यक्रम के दौरान किसानों को अपनी आय दुगनी करने के लिए पारंपरिक किसानी के तौर तरीके भी बताए गए. साथ ही वैज्ञानिकों की टीम भी इस प्रोग्राम में शामिल हुई और किसानों का मार्गदर्शन किया. कई किसान अभी भी कीटनाशक और तरह-तरह के केमिकल रासायनिक पदार्थ का प्रयोग करते हैं,  जिसकी वजह से कुछ समय बाद खेती खराब हो जाती है. फसल खराब होने के साथ-साथ रासायनिक के अधिक प्रयोग से मनुष्य पर भी इसका बुरा प्रभाव होता है. इसी की जानकारी को लेकर कई डॉक्टर और विशेषज्ञों की टीम ने किसानों को इसके दुष्प्रभाव के बारे में भी बताया.

साथ ही विशेषज्ञों ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों की मदद से हम प्राकृतिक तरीके से खेती कर सकते हैं और अपनी आय को दोगुना भी कर सकते हैं. उनकी माने तो उत्तम खेती भी प्राकृतिक संसाधनों से की जा सकती है.

ये भी पढ़ें- पंजाब में 900 कृषि अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी, 140 करोड़ के घोटाले का है आरोप, जानें पूरा मामला

डॉ. विकास वर्मा ने किया मार्गदर्शन

शहर के जाने-माने विशेषज्ञ डॉक्टर विकास वर्मा ने भी किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि वे प्राकृतिक रूप से खेती करते आ रहे हैं. उत्तम क्वालिटी के पेड़ लगा कर उन्होंने किसानों की आय को भी दोगुना किया है. वे होम्योपैथिक तरीके से किसानों के लिए कीटनाशक तैयार करते हैं, जिसमें गाय का गोबर, मूत्र और अकौवा आदि का प्रयोग किया जाता है. खास बात यह है कि इसका फसल पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ता है. ऐसे में आसानी से किसानों की फसल भी सुरक्षित रह जाती है.

फूलों की खेती से भी हो सकती है आमदनी

इस दौरान किसानों को जानकारी देते हुए इत्र के कारोबारी और पारंपरिक किसान गौरव मित्तल ने बताया कि फूलों की खेती से भी किसान अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं. मित्तल ने कहा कि वे फूलों और कस्तूरी से इत्र बनाकर पारंपरिक रूप से व्यवसाय कर रहे हैं. इसका फायदा किसानों को भी मिल रहा है. क्योंकि वे डायरेक्ट किसानों से ही फूल खरीदते हैं. इससे किसानों को अच्छी कीमत मिलती है. इसके अलावा बीजेपी विधायक डॉ. एमपी आर्या ने कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि यूपी सरकार और इंडिया टुडे के कार्यक्रम से किसानों को लाभ होगा. साथ ही उपभोक्ता को शुद्ध खाद्य पदार्थ मिलेंगे. उन्होंने स्वराज टैक्टर, अनमोल बिस्कुट और धुनका के उत्पाद की भी प्रशंसा की.

ये भी पढ़ें-  शिमला के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी से किसान खुश, जानिए 24 जनवरी तक कैसा रहेगा मौसम का हाल

स्वराज ट्रैक्टर की टीम ने दी जानकारी

इस कार्यक्रम में स्वराज ट्रैक्टर की टीम ने भी किसानों को उन्नत खेती करने के तौर तरीके के बारे में जानकारी दी. पिछले कई वर्षों में ट्रैक्टर में बदलाव किए गए हैं. जिससे किसानों को खेती करने में काफी मदद मिल रही है. इस दौरान ट्रैक्टर से खेती करने के फायदे के बारे में भी बताया गया. (कृष्ण गोपाल राज की रिपोर्ट)

 

POST A COMMENT