कोको फल की दीवानी है दुनिया, उत्पादन में ये राज्य है सबसे आगे

कोको फल की दीवानी है दुनिया, उत्पादन में ये राज्य है सबसे आगे

जिस चॉकलेट को आज बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी पसंद करते हैं, जो चॉकलेट हर गांव-घर तक पहुंच गई है, वो चॉकलेट कोको के पाउडर से बनाई जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोको का भारत में सबसे अधिक उत्पादन किस राज्य में होता है?

Advertisement
कोको फल की दीवानी है दुनिया, उत्पादन में ये राज्य है सबसे आगेकोको फल

चॉकलेट तो खूब खाई होगी आप सभी ने, पर क्या आप जानते हैं कि चॉकलेट आखिर बनती कैसे है? आपको ये जानकर हैरानी हो सकती है कि चॉकलेट एक फल से बनती है. इस फल का नाम कोको है. कोको जो पपीते की तरह दिखता है. जिस चॉकलेट को आज बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी पसंद करते हैं, जो चॉकलेट हर गांव-घर तक पहुंच गई है वो चॉकलेट कोको के पाउडर से बनाई जाती है. कोको की खेती दुनियाभर में की जाती है. ये एक नकदी और निर्यात वाली फसल है. वहीं. पपीते की तरह दिखने वाले इस फल में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. ये सेहत और स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोको का भारत में सबसे अधिक उत्पादन किस राज्य में होता है?

ये राज्य हैं सबसे आगे

कोको उत्पादन के मामले में, आंध्र प्रदेश देश के अन्य सभी राज्यों में सबसे आगे है. यहां की जलवायु और मिट्टी कोको की खेती के लिए काफी अनुकूल है. इस वजह से सबसे अधिक कोको का उत्पादन आंध्र प्रदेश में होता है. कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में कुल कोको उत्पादन में अकेले आंध्र प्रदेश की 40.75 फीसदी की हिस्सेदारी है.

ये भी पढ़ें:- मार्च में खेती के लिए बेस्ट है इस सब्जी की श्रेया किस्म, जानें इसकी खासियत और खेती का तरीका

अन्य राज्यों का स्थान

कोको उत्पादन के मामले में आंध्र प्रदेश जहां सबसे आगे है. तो वहीं उसके बाद दूसरे स्थान पर केरल है. यहां के किसान अधिक मात्रा में कोको उगाते है. यहां कुल 35.38 फीसदी कोको की पैदावार होती है. वहीं, कोको के उत्पादन में तीसरे पायदान पर कर्नाटक है. इस राज्य की कोको उत्पादन में 13.63 फीसदी की हिस्सेदारी है. इसके अलावा चौथे पायदान पर तमिलनाडु है. इस राज्य की कोको उत्पादन में 10.27 फीसदी की हिस्सेदारी है. यानी ये चार राज्य मिलकर कुल 98 फीसदी कोको की पैदावार करते हैं.

कोको की खासियत

कोको के फल का उपयोग चॉकलेट बनाने में किया जाता है. वहीं, कोको बीन्स का उपयोग डार्क चॉकलेट बनाने के लिए किया जाता है, जबकि फल के सफेद गूदे का उपयोग सफेद चॉकलेट बनाने के लिए किया जाता है. कोको पाउडर कोको बीन्स को कुचलकर और कोकोआ मक्खन को हटाकर बनाया जाता है. आज, कोको चॉकलेट उत्पादन में अपनी भूमिका के लिए सबसे प्रसिद्ध है. कोको के फल में 30 से 50 बीज होते हैं. इसके बीज मीठे और सफेद होते है.

कोको के ये हैं फायदे

कोको फल में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, फैट, विटामिन ई, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन और मैग्नीशियम पाया जाता है. इतने सारे गुणों को समेटे हुए यह फल कई तरह की बीमारियों को दूर करने में भी कारगर है. इसे खाने से हृदय संबंधी लाभ, हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल, वजन कम करने, सूजन कम करने, दांतों को स्वस्थ रखने और त्वचा के लिए फायदेमंद माना जाता है.

POST A COMMENT