UPL का नया अभियान ‘AFarmerCan’- किसान हैं असली क्लाइमेट हीरो

UPL का नया अभियान ‘AFarmerCan’- किसान हैं असली क्लाइमेट हीरो

AFarmerCan अभियान के साथ जानें कैसे किसान हमारे असली जलवायु हीरो हैं. इस अभियान में दुनिया भर के किसानों की कहानियां दिखाई गई हैं, जो पर्यावरण बचाने, जल संरक्षण, मिट्टी सुधारने और सतत खेती में नेतृत्व कर रहे हैं.

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UPL का नया अभियान ‘AFarmerCan’- किसान हैं असली क्लाइमेट हीरोAFarmerCan अभियान

UPL, जो एक बड़ी कृषि कंपनी है, ने COP30 सम्मेलन से पहले अपना नया ग्लोबल अभियान ‘AFarmerCan - The hero you don’t know you need’ यानी वह हीरो जिसकी आपको ज़रूरत है, लेकिन आपको पता ही नहीं, शुरू किया. इस अभियान का मकसद किसानों को जलवायु (क्लाइमेट) हीरो के रूप में दिखाना और दुनिया के नेताओं से कहना है कि वे किसानों को जलवायु योजना का सबसे अहम हिस्सा बनाएं.

किसानों की प्रेरक कहानियां

UPL ने दुनिया भर के 20 किसानों की कहानियां साझा की हैं. ये किसान खेती के जरिए गर्मी कम करना, पानी बचाना, मिट्टी सुधारना और जैव विविधता बचाना जैसे काम कर रहे हैं. इन कहानियों से पता चलता है कि किसान भी पर्यावरण बचाने में बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं.

AFarmerCan अभियान का संदेश

UPL का संदेश साफ है:

  • सरकार और नीति बनाने वालों को किसानों का समर्थन करना चाहिए.
  • आम लोग किसानों की मेहनत, हुनर और सहनशीलता को समझें और सराहें.

    किसानों की मदद के लिए UPL ने चार मुख्य कदम बताए हैं:
  • भुगतान (Pay): ऐसे किसानों को इनाम जो पर्यावरण-समझदार खेती अपनाएं.
  • सुरक्षा (Protect): बीमा और सब्सिडी से किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाना.
  • खरीद (Procure): किसानों को उनके प्रमाणित और टिकाऊ उत्पाद के लिए बाजार देना.
  • प्रचार (Promote): डिजिटल उपकरण और ट्रेनिंग से किसानों की मदद करना.

अभियान कैसे चल रहा है

  • UPL का यह अभियान दुनिया के कई देशों में चल रहा है.
  • ब्राजील के एयरपोर्ट, बस और टैक्सियों पर QR कोड के जरिए किसानों की कहानियां दिखाई जा रही हैं.
  • सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी किसानों को जलवायु हीरो के रूप में दिखाया जा रहा है.
  • टी-शर्ट, बैग और पानी की बोतल जैसी चीजें भी इस अभियान का हिस्सा हैं.

COP30 सम्मेलन में UPL

UPL COP30 के Blue Zone में शामिल होगा और वहां कार्बन कम करने वाली ब्राजीलियन कॉफ़ी पेश करेगा. यह कॉफ़ी उतनी CO₂ अवशोषित करती है जितनी उत्सर्जित होती है. इससे सम्मेलन में आने वाले लोगों को यह दिखेगा कि पर्यावरण-समझदार खेती से कैसे मदद मिल सकती है. UPL Agrosphere में पैनल और चर्चा आयोजित करेगा. साथ ही भारत की लो मीथेन राइस की कहानी भी साझा की जाएगी.

UPL का AFarmerCan अभियान कहता है कि जलवायु सुरक्षा खेतों से शुरू होती है. किसान पहले से ही नई तकनीक अपनाकर और प्रकृति का ध्यान रखकर काम कर रहे हैं. यह अभियान दुनिया से कहता है कि किसानों को पहचाने, उन्हें मदद करें और जलवायु बदलाव में उनका नेतृत्व स्वीकार करें.

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