चना रबी सीजन में उगाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण दलहनी फसल है. चने में कई प्रकार के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. इसमें 21 प्रतिशत प्रोटीन, 61.5 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट और 4.5 प्रतिशत वसा होती है. इसके अलावा इसमें कैल्शियम और आयरन की भी अच्छी मात्रा होती है. लोग चने का उपयोग इससे बनाई गई दाल के रूप में करते हैं. वहीं इसके दानों को पीसकर बेसन भी बनाया जाता है, जिससे अनेक प्रकार के व्यंजन और मिठाइयां बनाई जाती हैं. वहीं कई लोग इसकी घुघनी भी बड़े चाव से खाते हैं. जब यह हरा होता है या पकने के बाद भी इसका उपयोग सब्जी के रूप में किया जाता है. चने के भूसे का उपयोग पशुओं के खाने के लिए किया जाता है.
वैसे तो देश के लगभग सभी राज्यों में चने का उत्पादन किया जाता है, लेकिन इसके उत्पादन के मामले में मध्य प्रदेश भारत के अन्य सभी राज्यों में सबसे आगे है. वहीं भारत के मात्र चार राज्य मिलकर कुल 75 प्रतिशत चने का उत्पादन करते हैं. आइए जानते हैं कि चना उत्पादन के मामले में देश के वो टॉप चार राज्य कौन-कौन से हैं और कितना उत्पादन करते हैं.
चने का उत्पादन लगभग देश के सभी राज्यों में किया जाता है. लेकिन, देश के चार राज्य ऐसे हैं जहां 75 प्रतिशत चने का उत्पादन होता है. एग्रीकल्चर स्टेट बोर्ड (वर्ष 2021) के आंकड़ों के अनुसार वे टॉप चार राज्य, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात हैं.
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चना उत्पादन के मामले में मध्य प्रदेश देश के अन्य सभी राज्यों में अव्वल है. यहां की जलवायु और मिट्टी चना की खेती के लिए काफी अनुकूल है. इस वजह से सबसे अधिक चने का उत्पादन मध्य प्रदेश में होता है. एग्रीकल्चर स्टेट बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार देश में कुल उत्पादित होने वाले चना में मध्य प्रदेश अकेले 26.9 प्रतिशत का उत्पादन करता है.
चना उत्पादन में मध्य प्रदेश जहां सबसे आगे हैं तो वहीं दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र है. जो 19.77 प्रतिशत चने का उत्पादन करता है. फिर राजस्थान है, जो 19.37 प्रतिशत चने का उत्पादन करता है और फिर गुजरात है, जो 10.67 प्रतिशत चने का उत्पादन करता है. इनके अलावा अन्य राज्य भी हैं जहां बचे हुए 25 प्रतिशत चने का उत्पादन किया जाता है.
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