गर्मियों में तरबूज का स्वाद हर किसी को पसंद होता है. इसका स्वाद बहुत ताज़ा होता है और यह आपको गर्मियों में लंबे समय तक हाइड्रेटेड रखता है. जिसके कारण लोग इसे खाना ज्यादा पसंद करते हैं. इतना ही नहीं, तरबूज का ठंडा स्वाद चिलचिलाती गर्मी में भी राहत दिलाता है. इसीलिए, जैसे ही तापमान बढ़ना शुरू होता है, लोग तरबूज के फल और जूस पीना शुरू कर देते हैं. लेकिन, कई बार तरबूज को ताजा और लाल दिखाने के लिए इसमें मिलावट की जाती है. ताकि लोग इसे खरीद सकें. इस केमिकल वाले तरबूज से न केवल बदबू आती है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है. ऐसे में आइए जानते हैं कैसे करें असली और नकली तरबूजे के पहचान.
दरअसल गर्मी आते हीं तरबूज और अन्य फलों की मांग बढ़ जाती है. ऐसे में इस मांग को पूरा करने के लिए इसमें मिलावट की जाती है. ताकि अधिक से अधिक इसकी बिक्री हो सके. इसलिए कोई भी फल या सब्जी खरीदते समय उसकी बाहरी परत को ध्यान से देख कर खरीदना बहुत जरूरी है. अगर आपको इसमें कोई दाग या छेद दिखे तो इसे न खरीदें. बहुत ध्यान से देखने पर तरबूज में लगे इंजेक्शन के छेद का पता लगाया जा सकता है. तरबूज को मीठा और लाल बनाने के लिए कई बार इंजेक्शन की मदद ली जाती है और तरबूज को फुलाया जाता है.
ये भी पढ़ें: बाजार से तरबूज खरीदने से पहले आजमाएं ये 8 टिप्स, हमेशा फायदे में रहेंगे आप
जब इस तरबूज को काटा जाता है तो इसमें से बदबू भी आती है. इसी तरह अगर फल खाने पर दवा जैसा लगे तो समझ लें कि इसमें मिलावट की गई है. इतना ही नहीं अगर तरबूज काटने पर आपको कोई दरार दिखाई दे तो उसे गलती से भी न खाएं उसमें मिलावट हो सकती है. जब तरबूज का बाहरी भाग पीला हो तो समझ लें कि यह आपकी सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है. पीले तरबूज में नाइट्रेट नामक हानिकारक तत्व होता है, जो फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today