पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो अंडा देने वाली लेयर बर्ड (मुर्गी) एक साल में 280 से 290 तक अंडे देती है. अब सवाल ये है कि बाकी बचे 75 से 85 दिन तक मुर्गी अंडा क्यों नहीं देती है. जबकि मुर्गी के बारे में तो ये कहा जाता है कि वो हर रोज सुबह एक अंडा देती है. तो आप ये जान लें कि इसके पीछे की बड़ी वजह पोल्ट्री फार्म का स्टाेफ होता है मुर्गी नहीं. दरअसल मुर्गी एक बहुत ही सेंसेटिव बर्ड है. और पोल्ट्री फार्म पर रोजमर्रा के काम के दौरान कुछ न कुछ ऐसा हो जाता है जिससे मुर्गियां असहज हो जाती हैं. और जब भी ऐसा होता है तो मुर्गियां पांच से 10 दिन तक अंडा देना बंद कर देती हैं.
पोल्ट्री फार्म पर मुर्गियां हर रोज अंडा देती हैं. लेकिन यह जरूरी नहीं है कि मुर्गी साल के 365 दिन यानि हर रोज ही अंडा देगी. क्योंकि अगर मुर्गी पालक अपने पोल्ट्री फार्म पर कुछ गलतियां करते हैं तो मुर्गियां कई-कई दिन तक अंडे नहीं देती हैं.
ये भी पढ़ें: Goat Farming: सिर्फ 25 रुपये में गाभिन होगी बकरी, सीमेन देने वाले बकरे की मिलेगी फुल डिटेल
पोल्ट्री फार्म के संचालक मनीष शर्मा का कहना है कि जब भी फार्म में मुर्गियों के आदत के विपरीत कुछ अलग होता है तो इससे सिर्फ एक-दो मुर्गी नहीं, फार्म की 15 से 20 फीसद मुर्गियां नाराज हो जाती हैं. जैसे किसी दिन सुबह मुर्गियों को उनका फीड देने में आधा घंटे की देरी हो गई. वैसे तो हर रोज सुबह 4.30 बजे फीड देने वाली मशीन चालू कर दी जाती है. लेकिन उस दिन कर्मचारी देर से जागा और मशीन पांच बजे शुरू की गई. बस इसी बात पर ही करीब 15 से 20 फीसद मुर्गियां नाराज हो गईं. जिसके बाद उन्हों ने अगले 10 दिन तक अंडा देने में बहुत आनाकानी की. जबकि अंडा न देने वाले दिनों में भी उन 20 फीसद मुर्गियों ने अपनी जरूरत के हिसाब से ही फीड खाया.
लखनऊ के पोल्ट्री एक्सपर्ट नवाब अली का कहना है कि अगर पोल्ट्री फार्म पर लाइट ऑन-ऑफ करने का एक टाइम फिक्स है तो फिर आपको इस पर चलना होगा. क्योंकि जिस दिन आपने इसमे थोड़ा सा भी बदलाव किया तो इसका सीधा असर अंडे के उत्पाोदन पर पड़ेगा. क्योंकि ऐसा होने से भी मुर्गियां असहज हो जाती हैं और फिर अंडा नहीं देती हैं.
ये भी पढ़ें: IVRI: पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए पांच राज्यों में बनाए जाएंगे पशु सीड विलेज, पढ़ें डिटेल
इतना ही नहीं अगर गलती से मुर्गियों को रखने की जगह पर कोई बड़ा जानवरा घुस आया, फिर चाहें वो मुर्गियों को नुकसान पहुंचाने वाला हो या नहीं, लेकिन मुर्गियां इससे डर जाती हैं और अंडा देने की चेन टूट जाती है. शोरगुल से भी मुर्गियां परेशान हो जाती हैं. खासतौर पर दिवाली के दौरान अंडों का प्रोडक्शन कई दिन के लिए गिर जाता है.
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today