Barnyard Millet Recipe: गर्मी के इस मौसम में लें सांवा मैंगो मिल्क शेक का मजा, ये रही आसान रेसिपी
मैंगो शेक पीकर हो गए हैं बोर, तो बनाएं पोषक तत्वों से भरपूर हेल्दी संवा मैंगो मिल्कशेक. इसकी रेसिपी बहुत आसान है. इसे आप सुबह पी सकते हैं. इसको पीने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है. जिससे तुरंत-तुरंत भूख नहीं लगती है.
Advertisement
इस मौसम में लें सांवा मैंगो मिल्क शेक का स्वाद. GFX- संदीप भारद्वाज
आम का मौसम चल रहा है. अभी के मौसम में बाजार में तरह-तरह के आम उपलब्ध हैं. आम के शौकीनों की भी कोई कमी नहीं है. बच्चों से लेकर बड़ों तक को यह फल बहुत पसंद आता है. यही वजह है कि आम का नाम सुनते ही किसी के भी मुह में पानी आ जाता है. गर्मियों के महीनों में आम मुख्य आकर्षण होता है. आम के शुरुआती दिनों में लोग कच्चे आम खाना और उसकी रेसिपी बनाना पसंद करते हैं. वहीं जब आम पकने का समय होता है तो लोग इसे खाने के लिए उत्सुक हो जाते हैं. चाहे कीमत कुछ भी हो, लोग फिर भी इसे खाना पसंद करते हैं. इसके सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. जिसके कारण गर्मियों में लोग आम का खूब आनंद लेते हैं. कोई आम काट कर खाता है, कोई मैंगो मिल्क शेक बनाकर पीता है, तो कोई स्मूदी या आइसक्रीम खाना पसंद करता है.
ऐसे में आज हम बात करेंगे कि आप मैंगो मिल्क शेक को और अधिक हेल्दी कैसे बना सकते हैं. जी हां, अब आप अपने मैंगो शेक में मिललेट यानी मोटा अनाज मिलाकर इसे और भी हेल्दी बना सकते हैं. अब सवाल यह उठता है कि इसमें कौन से मोटे अनाज मिलाए जाएं ताकि मैंगो मिल्क शेक का स्वाद भी बना रहे और सेहत पर भी अच्छा असर पड़े. ऐसे में आज हर रोज एक रेसिपी में सावा मैंगो मिल्क शेक के बारे में बात करेंगे और जानेंगे कि इसे बनाने का सही तरीका क्या है.
क्या है सांवा? (What is Barnyard Millet)
सांवा एक मोटा अनाज है. सांवा में इसमें अन्य अनाजों की तुलना में अधिक पोषण क्षमता होती है. यह प्रोटीन के साथ-साथ शरीर के लिए अन्य जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होता है. हालाँकि इसकी खेती अभी भी कम क्षेत्रों में की जाती है. ऐसे में मोटे अनाजों के महत्व और इसका रकवा बढ़ाने के लिए इस साल पूरे विश्व में इंटरनेशनल इयर ऑफ मिललेट्स मनाया जा रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ाना और इसके पोषक तत्वों के बारे में लोगों को बताना है.
सावा प्रोटीन का अच्छा स्रोत है. प्रोटीन शरीर के विकास और रोग प्रतिरोधक क्षमता के रूप में शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करने में महत्वपूर्ण है.
इसमें घुलनशील और अघुलनशील पाचक फाइबर अधिक मात्रा में होते हैं. फाइबर कब्ज को कम करते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाता है. जिससे बढ़ते वजन को आसानी से कम किया जा सकता है.
इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम होती है और पाचन क्रिया धीमी होती है, जिसके कारण खाना को पचने में समय लगता है. जिस वजह से पेट लंबे समय तक भरा-भरा लगता है और मोटापे की समस्या कम रहती है.
सांवा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, यह शुगर को कम करने में बहुत प्रभावी है. इसलिए यह शुगर के लोगों के लिए एक आदर्श आहार बन सकता है.
सांवा में ग्लूटेन प्रोटीन नहीं पाया जाता है इसलिए ग्लूटेन के कारण होने वाले सीलिएक रोग से पीड़ित मरीजों के लिए यह प्रकृति का वरदान है. इसका उपयोग गेहूं, बाजरा और सूजी के स्थान पर किया जा सकता है.
सावा मैंगो मिल्कशेक में इस्तेमाल होने वाली सामग्री
साँवा दूध - 100 मिली
सामान्य दूध - 100 मि.ली
आम का फल 50 ग्राम
चीनी - 25 ग्राम
पानी जरूरत के अनुसार
न्यूट्रिशनल वैल्यू
कैसे बनाएं सावा मैंगो मिल्क शेक
छिले हुए साँवा को रात भर अधिक मात्रा में पानी में भिगो दें. अनाजों को अच्छे से धो लें और बाजरे को 1:1 के अनुपात में पानी डालकर पीस लें (बार्नयार्ड बाजरा : पानी)
साँवा के गूदे से दूध निकालकर छान लें.
साँवा दूध को नियमित दूध में मिलाएं और 5-10 मिनट तक उबालें.
उबलने के बाद इसे कमरे के तापमान पर ठंडा करके एक तरफ रख दें. आम को छीलकर टुकड़ों में काट लीजिए.
अब एक ब्लेंडर में आम के टुकड़े और चीनी डालकर गूदा बना लें.
ब्लेंडर में ब्लेंड किया हुआ दूध और आम का गूदा डालकर मिलाएं.