बेल पोषक तत्वों से भरपूर एक महत्वपूर्ण फल है. गर्मी के दिनों में लोग बेल का शरबत पीना और बेल का फल खाना खूब पसंद करते हैं. हमारे देश में बेल का फल धार्मिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है. बेल में औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. बेल से तैयार औषधी दस्त, पेट दर्द, मरोड़ आदि के लिए प्रयोग की जाती है. बेल के पेड़ में कांटे होते हैं, पेड़ की ऊंचाई 6-10 मीटर होती है और इसके फूल हरे लंबाकार होते हैं, बेल के पत्तों का भी धार्मिक महत्व है. सावन के महीने में बेल के पत्तों को भगवान शिव पर चढ़ाया जाता है. किसान अब इसकी खेती कर अच्छी कमाई भी कर रहे हैं.
बेल का उत्पादन भारत के लगभग सभी राज्यों में किया जाता है, लेकिन बेल उत्पादन के मामले में ओडिशा भारत के अन्य सभी राज्यों में सबसे आगे है, जबकि इसके सहित दो राज्य ऐसे हैं, जहां भारत का कुल 96 प्रतिशत बेल का उत्पादन किया जाता है. बेल का उत्पादन करके किसानों को बेहतर मुनाफा भी मिलता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि बेल उत्पादन के मामले में देश के वो टॉप दो राज्य कौन-कौन से हैं और कितना उत्पादन करते हैं और क्या है बेल के फायदे.
बेल के उत्पादन में देश के सिर्फ ये दो राज्य अकेले 96 प्रतिशत बेल का उत्पादन करते हैं. राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार वह दो राज्य, ओडिशा और झारखंड हैं.
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बेल उत्पादन के मामले में ओडिशा देश के अन्य सभी राज्यों में आगे है. क्योंकि यहां काफी अधिक मात्रा में बेल का वृक्ष लगाया जाता है. यहां की मिट्टी और जलवायु बेल के लिए अनुकूल है. वहीं राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार देश में कुल उत्पादित होने वाले बेल उत्पादन में ओडिशा अकेले 55. 3 प्रतिशत बेल का उत्पादन करता है.
बेल उत्पादन के मामले में ओडिशा जहां बंपर मात्रा में उत्पादन करता है. तो वहीं उसके बाद झारखंड है, जहां कुल 40.8 प्रतिशत बेल का उत्पादन किया जाता है. इन दो राज्यों के अलावा अन्य राज्य भी हैं जहां बचे हुए कुछ प्रतिशत बेल का उत्पादन किया जाता है.
बेल का फल पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसलिए कई लोग बेल का शर्बत पीना पसंद करते हैं. बेल प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स का काफी अच्छा स्त्रोत है. बेल में विटामिन सी, बीटा कैरोटीन, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक और आयरन पाए जाते हैं. इतना ही नहीं बेल में डाइटरी फाइबर भी होता है, जिसे पेट के लिए काफी अच्छा माना जाता है. वैसे तो बेल के फायदे लेने के लिए इसके शरबत को किसी भी समय पीया जा सकता है. लेकिन, अगर सुबह खाली पेट बेल का शरबत पिया जाए, तो इससे अधिक लाभ मिल सकते हैं.
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