Agri Knowledge: क्या है रबी सीजन और इसमें किन फसलों की होती है बुवाई, फायदे भी जान लें

Agri Knowledge: क्या है रबी सीजन और इसमें किन फसलों की होती है बुवाई, फायदे भी जान लें

रबी सीजन की शुरुआत मॉनसून के बाद हो जाती है, मतलब सर्दियां शुरु होने के साथ किसान रबी फसलों की बुवाई शुरू कर देते हैं. इसकी खेती अक्टूबर से मार्च महीने तक होती है. आज आपको रबी सीजन में बोई जाने वाली दलहन और तिलहन फसलों के बारे में बताते हैं.

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Agri Knowledge: क्या है रबी सीजन और इसमें किन फसलों की होती है बुवाई, फायदे भी जान लें क्या है रबी सीजन और इसमें किन फसलों की होती है बुवाई

भारत खेती किसानी के मामले में काफी आगे है. भारत की पहचान दुनियाभर में कृषि प्रधान देश के रूप में होती है. किसान पारंपरिक तरीकों के साथ तकनीकीकरण का प्रयोग कर खेती करते हैं, लेकिन आज भी ज्यादातर लोग खेती-किसानी के तकनीकी पहलू के बारे में कम ही जानते हैं. ऐसे में आपको बता दें कि खेती तीन ऋतुओं यानी सीजन में की जाती है जिनमें रबी, खरीफ और जायद शामिल हैं. आज आपको रबी सीजन में बोई जाने वाली दलहन और तिलहन फसलों के बारे में बताते हैं.

जानें क्या होता है रबी सीजन 

रबी सीजन की शुरुआत मॉनसून के बाद हो जाती है, मतलब सर्दियां शुरु होने के साथ किसान रबी फसलों की बुवाई शुरू कर देते हैं. इसकी खेती अक्टूबर से मार्च महीने तक होती है. अब जाहिर-सी बात है कि मौसम अनुसार की गई खेती से किसानों की फसल तो अच्छी ही होगी. साथ ही इससे किसानों को आर्थिक लाभ भी मिलेगा. इस सीजन में गेहूं, जौ, चावल, बाजरा, उड़द, चना, मसूर आदि फसलों की खेती की जाती है. इन सभी फसलों में से कुछ फसलों को दलहन और तिलहन फसलों में बांटा गया है.

जानें दलहन, तिलहन फसल में अंतर

जिन फसलों से दालों का उत्पादन होता है उसे दलहन फसल कहा जाता है. इसमें मुख्य रूप से मूंग, चना, मसूर, राजमा जैसी फसल उगाई जाती है. वहीं जिन फसलों को पीसकर तेल निकाला जाता है उसे तिलहन फसलों के तौर पर उगाया जाता है. इसमें सरसों, अलसी, मूंगफली जैसी फसलें उगाई जाती हैं.

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क्यों है दलहन फसलों की मांग

दलहन मतलब दालें, हर घर में बनाए जाने वाला आहार है, जिसमें भरपूर मात्रा में, प्रोटीन, फाइबर जैसे पोषक तत्व पाए जाते है. दालों को पाचन क्रिया के लिए भी अच्छा माना जाता है. इसलिए बाजारों की मांग ज्यादा होने से किसान अच्छे वातावरण, खाद पानी के साथ इन फसलों की खेती कर अच्छा कमाते भी हैं.

इन फसलों की जड़ों में राइजोबियम बैक्टीरिया होते हैं, जो मिट्टी की सतह और उपजाऊ भूमि के लिए फायदेमंद होते हैं. इनमें उर्वरक और कीटनाशक के छिड़काव की ज्यादा जरूरत नहीं होती. इनमें अरहर, मूंग, मसूर जैसी फसलों की ज्यादा मांग है.

तिलहन खेती के फायदे अनेक

तिलहन मतलब तेल, जो कि खाना बनाने की पहली पसंद होता है. इसमें मुख्य रूप से सरसों, अलसी, मूंगफली जैसी फसलों से तेल मिलता है, जो खाना बनाने, पूजा करने और बालों के लिए बेहतर माना जाता है. इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. भारत के बाजारों में सोयाबीन की ज्यादा मांग होने से इसकी खेती कर किसान अच्छा मुनाफा भी कमाते हैं.

(खबर: नैन्सी)

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