मध्य प्रदेश में खाद की बिक्री में जबरदस्त बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. राज्य के किसानों ने रबी फसलों की बुवाई के लिए डीएपी और एनपीके का इस्तेमाल बीते साल की तुलना में अधिक किया है, जिसकी वजह से इन उर्वरकों की बिक्री में 27 फीसदी से अधिक का उछाल दर्ज किया गया है. राज्य के कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है. वहीं, कांग्रेस ने उपचुनाव वाले राज्यों में किसानों को एडवांस में खाद देने को लेकर भेदभाव के आरोप राज्य की भाजपा सरकार पर लगाए हैं.
मध्य प्रदेश सरकार ने रबी सीजन में बुवाई के लिए जरूरत डीएपी और एनपीके खाद की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने का वादा किसानों से किया है. राज्य के कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने कहा कि जिलों की मांग और बिक्री की स्थिति को ध्यान में रखकर रैक की प्लानिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में यूरिया और डीएपी, एनपीके की रैक लगातार प्राप्त हो रही है. जिलों की मांग अनुसार उर्वरकों की रैक उपलब्ध कराई जा रही है.
कृषि विभाग की ओर से कहा गया कि खाद की कालाबाजारी करते पाए जाने पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा. कालाबाजारी और नकली उर्वरक बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए दोषियों पर एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी. कहा गया कि राज्य सरकार के पास पर्याप्त खाद उपलब्ध है. किसानों को खाद के लिए किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी दी जाएगी. राज्य के कृषि मंत्री ने कहा है कि किसानों को खाद के लिए चिंता करने की आवश्यकता नहीं है.
कृषि मंत्री ने बताया कि बीते साल माह अक्टूबर 2023 में डीएपी और एनपीके का बिक्री आंकड़ा 4.37 लाख मीट्रिक टन दर्ज किया गया था. इस साल अक्टूबर 2024 में दोनों खाद की बिक्री का आंकड़ा 27 फीसदी से अधिक बढ़कर 5.58 लाख मीट्रिक टन पहुंच गया है. इसमें से 2.20 लाख मीट्रिक टन डीएपी एवं एनपीके की बिक्री दर्ज की गई है. जबकि, 3.36 लाख मीट्रिक टन स्टॉक में उपलब्ध है. रबी सीजन की बंपर बुवाई को देखते हुए स्टॉक में रखी खाद भी बिकने की संभावना जताई जा रही है.
बीजेपी शासित मध्य प्रदेश सरकार की ओर से खाद की पर्याप्त उपलब्धता के दावों के बीच कांग्रेस ने राज्य में केवल उपचुनाव वाले क्षेत्रों में किसानों को डीएपी वितरित करने को लेकर बीजेपी की आलोचना की. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक मीडिया रिपोर्ट साझा किया, जिसमें दावा किया गया है कि मध्य प्रदेश में किसान डीएपी के लिए रात भर कतारों में खड़े हैं. दो विधानसभा सीटों बुधनी (सीहोर जिला) और विजयपुर (श्योपुर जिला) के किसानों को एडवांस में खाद दी जा रही है, क्योंकि यहां पर उपचुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस नेता ने पोस्ट में कहा कि मध्य प्रदेश में केवल उन स्थानों पर खाद की बिक्री करना, जहां उपचुनाव हो रहे हैं, बाकी प्रदेश के किसानों के साथ विश्वासघात है. उन्होंने आरोप लगाया कि खाद की जरूरत हर जगह समान रूप से है, लेकिन बाकी क्षेत्रों को जरूरत का 5 फीसदी डीएपी भी नहीं मिल रहा है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today