मिर्च एक मसाला फसल है जिसकी खेती भारत के कई राज्यों में की जाती है. इसका वानस्पतिक नाम कैप्सिकम एनम है. एमपी में खरीफ में कपास के बाद मिर्च दूसरी मुख्य फसल है. मिर्च की फसल की अवधि सामान्यतः 140 से 180 दिनों की होती है और फसल 15 जून से 15 जुलाई के बीच खेतों में लगाई जाती है. मिर्च के एक पौधे से हरी और लाल दोनों तरह की फसल ली जा सकती है. एक पौधे से एक सीजन में 8 से 10 बार लाल मिर्च का उत्पादन किया जा सकता है. मिर्च का प्रयोग हरी और लाल दोनों अवस्थाओं में किया जाता है.
हरी मिर्च का प्रयोग खाने में या सब्जी के रूप में किया जाता है. इसका प्रयोग सलाद, चटनी आदि के रूप में भी किया जाता है. इसका प्रयोग अचार, सॉस आदि के रूप में किया जाता है. जबकि लाल मिर्च का प्रयोग मुख्यतः साबुत और पाउडर के रूप में मसालों में किया जाता है. पाउडर के लिए प्रयोग की जाने वाली सूखी मिर्च की किस्म का चयन उसके रंग, तीखेपन और स्वाद के आधार पर किया जाता है. ऐसे में अगर आप भी मिर्च की खेती करना चाहते हैं और ये भी चाहते हैं कि मिर्च के पौधे में अधिक फूल आए तो आइये जानते हैं किन बातों का ध्यान रखना होगा.
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पौधे में मौजूद कीड़ों और बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए आप लकड़ी की राख का छिड़काव कर सकते हैं. ध्यान दें कि राख को पानी में घोलकर छिड़कना पौधे के लिए अधिक फायदेमंद होगा.
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इसके अलावा बोरेक्स के छोटे-छोटे टुकड़ों को पानी में घोलकर पौधे की जड़ में डाल दें. बोरेक्स पौधे की वृद्धि के लिए बहुत फायदेमंद होता है.
हल्दी मिर्च के पौधे के ग्रोथ के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है. हालांकि हल्दी का इस्तेमाल आप लगभग हर पौधे में कर सकते हैं. मिट्टी को कुदाल की मदद से खोदें और मिट्टी में 2-3 चम्मच हल्दी मिलाएं और आधा कप पानी डालें. इससे मिर्च के पौधे की ग्रोथ में मदद मिलती है और पौधे में लगने वाली बीमारी भी ठीक हो जाती है.
मिर्च के पौधे में अक्सर सिकुड़न रोग लग जाता है. सिकुड़न रोग के कारण पेड़ की ग्रोथ रुक जाती है और फूल नहीं खिलते. कई लोग सिकुड़न रोग के इलाज के लिए बाजार से खाद या दवाइयां खरीद लेते हैं. लेकिन आपको बता दें कि इसका एक बेहद आसान उपाय आपके घर पर ही मौजूद है. मिर्च के पत्ते सिकुड़ने पर एक गिलास छाछ को दो लीटर पानी में मिला लें. इस पानी को मिर्च के पौधे पर दिन में दो बार लगातार तीन दिनों तक स्प्रे करें. कुछ ही दिनों में आपका मिर्च का पौधा स्वस्थ हो जाएगा और तेजी से बढ़ेगा.
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