बढ़ते तकनीकी के वक्त में भी आज देश के बहुत सारे किसान ऐसे हैं जिनके खेतों का उत्पादन नहीं बढ़ पा रहा है. इसमें कई बार नई तकनीक का उपयोग नहीं करना एक कारण होता है, लेकिन खराब बीजों का चयन सबसे बड़ी परेशानी बनता है. इसीलिए आज के वक्त में किसानों को जरूरत है कि उन्नत किस्मों के बीजों का ही अपनी खेती में चयन करें. क्योंकि अच्छे उत्पादन के लिए अच्छी किस्मों के बीजों का बहुत योगदान रहता है. इसीलिए राजस्थान सरकार ने प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में 24 राजीव गांधी बीज विक्रय केन्द्रों की शुरूआत की है. इसके साथ ही पांच बीज विस्तार केन्द्र भी खोले गए हैं.
राजस्थान बीज निगम के अध्यक्ष धीरज गुर्जर ने इन केन्द्रों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए लोकार्पण किया. उन्होंने इस मौके पर कहा कि इन केंद्रों पर किसानों को उन्नत एवं अच्छी गुणवत्ता का बीज मिल सकेगा. साथ ही किसानों को ये बीज सस्ती कीमत पर मिलेंगे. साथ ही बीज विस्तार केंद्रों पर दूर दराज के इलाकों में प्रमाणित बीज सुगमता से कम लागत पर मिल सकेगा.
गुर्जर ने कहा कि फसलों के अच्छे उत्पादन के लिए उन्नत बीज का योगदान सबसे अधिक होता है. क्योंकि अच्छी गुणवत्ता वाला बीज सामान्य बीज की की तुलना में अधिक कृषि उपज देता है. इन केन्द्रों का लोकार्पण धीरज गुर्जर ने जयपुर स्थित कृषि पंत भवन से किया.
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धीरज गुर्जर ने कहा कि इन केन्द्रों के खुलने से एक तो किसानों को अच्छे बीज मिल पाएंगे. साथ ही इ केन्द्रों की पहुंच राजस्थान के दूर-दराज के गांवों में भी होगी. अच्छी किस्म के बीजों से उपज बढ़ेगी और उपज बढ़ने से किसानों की आय बढ़ेगी. साथ ही बीज पर होने वाले अधिक खर्च को भी कम किया जा सकेगा.
राजीव गांधी बीज विक्रय केन्द्रों के शुरू होने पर राजस्थान राज्य बीज निगम के प्रबंध निदेशक जसवंत सिंह ने बताया कि इन विक्रय केंद्रों के माध्यम से राज्य के प्रत्येक किसान को उच्च गुणवत्ता का बीज उपलब्ध करवाया जा सकेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि निगम की ओर से बीज का सौ प्रतिशत ग्रो आउट टेस्ट (GOT) करवा कर किसानों को बीज उपलब्ध करवाया जाता है. प्रमाणित बीज राज्य के 5 हजार 500 से अधिक जीएसएस एवं केवीएसएस पर भी उपलब्ध करवाया जा रहा है.
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