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इस अनोखे विजिटिंग कार्ड से निकलता है गेंदे का पौधा, आईएएस ऑफिसर के अनोखे आइडिया ने किया कमाल 

इस अनोखे विजिटिंग कार्ड से निकलता है गेंदे का पौधा, आईएएस ऑफिसर के अनोखे आइडिया ने किया कमाल 

बढ़ती गर्मी और हीटवेव ने लोगों के मन में पेड़ लगाने का ख्‍याल दिन पर दिन मजबूत होता जा रहा है. एक ऐसी दुनिया जहां पर हर कोई ससटेनेब्लिटी के बारे में बातें कर रहा है, एक आईएएस अधिकारी ने कुछ ऐसा किया है जो बदलाव लाने का अनोखा तरीका हो सकता है. आईएएस ऑफिसर शुभम गुप्ता ने गेंदे के पौधे के बीजों से युक्त विजिटिंग कार्ड पेश किए हैं.

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आईएएस ऑफिसर के आइडिया को मिल रही तालियां आईएएस ऑफिसर के आइडिया को मिल रही तालियां

बढ़ती गर्मी और हीटवेव ने लोगों के मन में पेड़ लगाने का ख्‍याल दिन पर दिन मजबूत होता जा रहा है. एक ऐसी दुनिया जहां पर हर कोई ससटेनेब्लिटी के बारे में बातें कर रहा है, एक आईएएस अधिकारी ने कुछ ऐसा किया है जो बदलाव लाने का अनोखा तरीका हो सकता है. आईएएस ऑफिसर शुभम गुप्ता ने गेंदे के पौधे के बीजों से युक्त विजिटिंग कार्ड पेश किए हैं. शुभम इस समय  महाराष्‍ट्र में सांगली-मिरज-कुपवाड़ नगर निगम के डिस्ट्रिक्‍ट कमिश्‍नर के तौर पर कार्यरत हैं. 

जब कोई आएगा ऑफिस तो... 

उनका यह तरीका काफी चर्चा में है और उनके विजिटिंग कार्ड की फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. गुप्ता ने एक्स पर इन इको-फ्रेंडली विजिटिंग कार्ड की तस्वीरें शेयर की हैं. हर कार्ड के नीचे एक मैसेज लिखा है जो कुछ इस तरह से है, 'यह कार्ड जब लगाया जाता है तो गेंदे के फूल के पौधे में बदल जाता है.' उन्‍होंने आगे लिखा है,  'अब से मेरे ऑफिस में आने वाले जिस भी शख्‍स को यह कार्ड मिलेगा और वह जब इसे जब लगाएगा तो उसके घर में एक सुंदर गेंदा के फूल का पौधे तैयार होगा.' 

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पर्यावरण के प्रति जागरूकता  

गुप्‍ता की इस पोस्‍ट को अब तक कई लाख लाइक्‍स मिल चुके हैं. कार्ड की वजह से लोगों का ध्यान इस पर गया है और वो इसकी काफी तारीफ भी कर रहे हैं.  आईएएस ऑफिसर गुप्‍ता का यह इनोवेटिव आइडिया न सिर्फ पारंपरिक विजिटिंग कार्ड से पैदा होने वाले कचरे के मसले का समाधान कर सकता है बल्कि हरियाली और पर्यावरण जागरूकता को भी बढ़ावा देता है.  कार्ड में पौधों के बीज डालकर, उन्होंने कॉन्‍टैक्‍ट इनफॉर्मेशन के आदान-प्रदान को प्रकृति में योगदान करने के अवसर में बदल दिया है. 

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क्‍या होता है प्‍लांटेबल या सीड पेपर  

प्लांटेबल या सीड पेपर एक बायोडिग्रेडेबल इको-पेपर है जो कागज से पैदा हुए कचरे से बनता है. इसमें बीज होते हैं और साथ ही इस पेपर को तैयार करने के लिए किसी पेड़ को नुकसान नहीं पहुंचाया जाता है. जब पेपर को मिट्टी के गमले में लगाया जाता है, तो बीज से पौधे निकलते हैं और एक पौधा तैयार हो जाता है. इसे लगाना और उगाना काफी आसान होता है. न केवल शुभम गुप्‍ता बल्कि भारत में अब कई कंपनियां इस तरह की मुहिम को आगे बढ़ाने में लगी हैं.