Tractor Tyre Tips: सालों-साल चलते रहेंगे ट्रैक्टर के टायर, बस इन चीजों का रखें खयाल
हर किसान ये चाहता है कि उसका ट्रैक्टर कम से कम मेंटीनेंस मांगे और ज्यादा से ज्यादा काम करे. किसान भाई ट्रैक्टर के इंजन का तो मेंटीनेंस संभाल लेते हैं मगर ट्रैक्टर के टायरों को नजरंदाज कर देते हैं. इसलिए हम आपको ट्रैक्टर के टायरों से जुड़ी कुछ जरूरी टिप्स दे रहे हैं.
ज्यादातर किसान अपने ट्रैक्टर का तो खूब खयाल रखते हैं मगर ट्रैक्टर के टायरों पर कम ही लोग ध्यान दे पाते हैं. ऐसा भी कहा जा सकता है कि बहुत सारे किसान ये मानते हैं कि मेंटीनेंस तो सिर्फ ट्रैक्टर और इसके इंजन को चाहिए होता है. इस तरह से ट्रैक्टर के टायर देखरेख से छूट जाते हैं और इनकी लाइफ तेजी से घटने लगती है. अगर आप ट्रैक्टर के टायरों पर थोड़ा सा भी ध्यान देंगे तो इनकी लाइफ कई साल बढ़ सकती है. इसलिए आज हम आपको ट्रैक्टर के टायरों से जुड़ी कुछ काम की टिप्स दे रहे हैं.
क्यों जरूरी है टायरों का मेंटीनेंस?
ये तो सभी जानते हैं कि ट्रैक्टर के टायर अगर नए लेने जाएं तो ये बहुत महंगे पड़ते हैं, खास तौर पर पीछे वाले टायर तो बेहद महंगे पड़ते हैं. ट्रैक्टर के टायरों को देखरेख की जरूरत इसलिए भी पड़ती है क्योंकि ट्रैक्टर हमेशा ही कठिन हालातों में चलता है और ऐसे में सबसे ज्यादा मार इसके टायर ही झेलते हैं और अगर टायरों की सेहत खराब हुई तो ट्रैक्टर ठीक से लोड नहीं ले पाएगा और काम नहीं कर पाएगा.
ट्रैक्टर के टायरों का ऐसे रखें खयाल
टायरों की लंबी लाइफ के लिए इनका हवा का प्रेशर सबसे अहम रोल निभाता है. आप जब भी खेत पर किसी काम के लिए ट्रैक्टर ले जा रहे हों तो पहले टायरों में हवा का प्रेशर भी चेक करें. खेत में कैसा काम करना है, इस हिसाब से टायरों में एयर प्रेशर रखना होता है. अगर गीली मिट्टी या रेतीली सतह पर काम करना है तो टायरों में हवा का प्रेशर थोड़ा कम रखिए. वहीं अगर सड़क पर ट्रैक्टर चलाना है या हेवी माल ढुलाई करनी है तो टायरों में हवा थोड़ी ज्यादा रखनी होती है.
सड़क और खेत के लिए ट्रैक्टर के टायरों में हवा का दबाव अलग-अलग ही रहता है. सड़क पर ट्रैक्टर चलाना है तो अगले टायरों में 24-26 PSI और पिछले टायरों में 16-18 PSI हवा का प्रेशर रखें. वहीं खेत में ट्रैक्टर चलाना है तो अगले टायरों में 22-24 PSI हवा रखें और पिछले टायरों में 14 से 16 PSI एयर प्रेशर रखें.
अगर आपका ट्रैक्टर नमी वाले इलाके में चलता है या फिर बारिश का मौसम के दौरान टायरों के वाल्व और रिम में ऑयलिंग करते रहना चाहिए. टायर और रिम के लिए मशीन ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर हर सर्विस पर भी इनकी ऑयलिंग का ध्यान रखें.
टायर कितने लंबे चलेंगे ये इसपर सबसे ज्यादा निर्भर करत है कि आप ट्रैक्टर कैसे चलाते हैं. कोशिश करें जब भी ट्रैक्टर स्लिप होने लगे तो जबरदस्ती ना करें, इससे टायर ही घिसते और ईंधन भी बरबाद होता है. जहां भी टायर स्लिप होने की नौबत आए तो या ट्रैक्टर पर लोड थोड़ा एडस्ट करें या फिर टायरों की हवा कम करके वहां से ट्रैक्टर निकालें.
इसके आलावा ट्रैक्टर को हमेशा सीमित रफ्तार पर ही चलाएं और ब्रेक लगाते वक्त कोशिश करें कि टायर कम से कम स्लिप हों. वहीं सर्दियों में भी ट्रैक्टर को कभी खुले में ना रखें, इससे भी टायरों की रबड़ खराब होती है.