मूवेबल मिल्किंग स्टूल से दूध निकालना होगा और आसान, एग्रीकल्चर स्टूडेंट के बनाए तीन प्रोडक्ट को पेटेंट सर्टिफिकेट मिले

मूवेबल मिल्किंग स्टूल से दूध निकालना होगा और आसान, एग्रीकल्चर स्टूडेंट के बनाए तीन प्रोडक्ट को पेटेंट सर्टिफिकेट मिले

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बीआर काम्बोज ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि विश्वविद्यालय को एक साथ 3 डिजाइन प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि मूवेबल मिल्किंग स्टूल से किसानों के लिए गाय-भैंस से दूध निकालना और आसान हो गया है.

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मूवेबल मिल्किंग स्टूल से दूध निकालना होगा और आसान, एग्रीकल्चर स्टूडेंट के बनाए तीन प्रोडक्ट को पेटेंट सर्टिफिकेट मिलेअब गाय से दूध निकालना हुआ आसान. (सांकेतिक फोटो)

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को वर्सेटाइल हैंडी ट्रॉली, स्कॉलर चेयर और मूवेबल मिल्किंग स्टूल की डिजाइन विकसित करने पर भारतीय पेटेंट कार्यालय ने डिजाइन का पंजीकरण दिया है. खास बात यह है कि इन सभी डिजाइन को भारत सरकार की ओर से प्रमाण पत्र भी मिल गया है, जिसकी डिजाइन संख्या क्रमश: 386671-001, 386669-001 और 386668-001 है. विश्वविद्यालय के मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. मंजु महता की देखरेख में दो शोध छात्राओं आयशा और मीनू ने इन टूल्स को डिजाइन किया है.

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बीआर काम्बोज ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि विश्वविद्यालय को एक साथ 3 डिजाइन प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि मूवेबल मिल्किंग स्टूल से किसानों के लिए गाय-भैंस से दूध निकालना और आसान हो गया है. उन्होंने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों व शोधार्थियों से भविष्य में भी इसी प्रकार निरंतर प्रयासरत रहने की अपील की है.

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डिजाइनों की ये हैं मुख्य विशेषताएं

वर्सेटाइल हैंडी ट्रॉली: यह ट्रॉली लोहे से बनी है. इसे मांसपेशियों के तनाव और थकान को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह भारी भार को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने में मदद करती है, जिससे उत्पादकता बढ़ती है. ट्रॉली के तीनों किनारों पर दिए गए रॉड समर्थन प्रदान करती है, जिससे भारी सामग्री गिरने या फिसलने से बचती है. उल्लेखनीय है कि पहले वाली ट्रॉली जिसमें रॉड नहीं थे व सामग्री गिरने का भी भय रहता था. उस ट्रॉली द्वारा काफी कम मात्रा में सामान एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाता था तथा थकान भी होती थी. विद्यार्थियों ने इस प्रक्रिया में अलग-अलग तकनीक का भी अध्ययन किया और उनकी उपयोगिता और स्थिरता की जांच की.

स्कॉलर चेयर: इस चेयर के उपयोग के दौरान आराम प्रदान करने के लिए पीछे और सीट पर कुशन लगे हैं. उचित समर्थन के लिए और पीठ पर तनाव को कम करने के लिए कुर्सी के पिछले हिस्से को थोड़ा तिरछा किया गया है. लम्बे समय तक बैठने पर आराम में सुधार के लिए एग्र्रोनोमिक फुट रेस्ट प्रदान किया गया है. इससे थकान कम होती है और पैरों को आराम मिलता है. अध्ययन, ड्राइंग जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए कुर्सी के बाई और एक फोलडेबल पैनल जुड़ा हुआ है. जब पैनल उपयोग में न हो तो उसे वापिस अपनी स्थिति में मोड़ा जा सकता है. यह कुर्सी काम करते समय व्यक्ति के शरीर को सहायता प्रदान करता है और रीड की हड्डी में किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाता है.

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मूवेबल मिल्किंग स्टूल: बैठने की सुविधा के लिए स्टूल की सीट गद्देदार बनाई गई है. स्टूल के साथ लगे छोटे पहियों की सहायता से बैठकर स्टूल को घुमाकर दूध को आसानी से निकाला जा सकता है. यह स्टूल लोहे से बना है. इसके एक तरफ गिलास या मग रखने के लिए जगह दी गई है. यह मूवेबल मिल्किंग स्टूल उपयोगकर्ताओं को अनुचित मुद्रा के कारण होने वाले विभिन्न मांसपेशियों के तनाव से बचाता है. यह स्टूल काम करते समय पीठ के निचले हिस्से, कुल्हे के जोड़ो और रीड़ की हड्डी को सहायता प्रदान करता है,  स्टूल का मुख्य लाभ व्यक्ति के लिए झुकते और बैठते समय आरामदायक सुरक्षा प्रदान करना है.

 

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