योगी आद‍ित्यानाथ ने बागवानी के ब‍िना खेती को बताया अधूरा, जानें उन्होंने ऐसा क्यों कहा

योगी आद‍ित्यानाथ ने बागवानी के ब‍िना खेती को बताया अधूरा, जानें उन्होंने ऐसा क्यों कहा

 योगी आद‍ित्यनाथ ने शुक्रवार को यूपी राजभवन में आयोजित 54वीं शाक भाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन क‍िया. इस दौरान उन्होंने गेहूं, धान जैसी फसलों की तुलना में क‍िसानों से बागवानी के विकल्प को अपनाने की अपील की.

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योगी आद‍ित्यानाथ ने बागवानी के ब‍िना खेती को बताया अधूरा, जानें उन्होंने ऐसा क्यों कहायूपी के सीएम याेगी आदित्यनाथ ने राजभवन में फल, फूल शाक भाजी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

मुख्यमंत्री योगी आद‍ित्यनाथ ने लखनऊ स्थ‍ित राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में उद्यान विभाग द्वारा आयोजित फल, फूल और सब्जियों की 4 दिन तक चलने वाली प्रदर्शनी का उद्घाटन किया.इस अवसर पर उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और उद्यान निदेशक डा. आर के तोमर भी मौजूद थे. इस प्रदर्शनी में पूरे प्रदेश से जुटे सफल बागवानी किसानों के हुनर का प्रदर्शन किया जाता है. इस दौरान योगी आद‍ित्यनाथ ने क‍िसानों को गेहूं-धान जैसी फसलों की तुलना में बागवानी वाली फसलों को अपनाने की अपील. उन्होंने बागवानी के बि‍ना खेती को अधूरा बताया. 

बागवानी के बिना खेती अधूरी

योगी ने किसानों से बागवानी को कृष‍ि का सुरक्ष‍ित एवं लाभ की गारंटी वाला विकल्प मानकर इसे अपनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब किसानों की आय दोगुनी करने की बात करते हैं, तब इसमें वह 'खेती-बाड़ी' दोनों किसानों की बात करते हैंं. उन्होंने कहा कि खेती बाड़ी में खेती के साथ बागवानी स्वत: जुड़ी है. उन्होंने कहा कि यूपी अकेला राज्य है, जिसमें कृष‍ि की जीडीपी में बागवानी फसलों का योगदान 25 फीसदी है. 

सफल बागवानी किसान बनें रोल मॉडल

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन में ऐसे सफल बागवानी किसान शामिल हुए हैं, जिनमें महज एक हेक्टेयर खेती में 29 लाख रुपये तक की आमदनी करने वाले किसान शामिल हैं. उन्होंने ऐसे सफल बागवानी किसानों को अन्य किसानों के समक्ष रोल मॉडल की तरह पेश किए जाने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने कहा कि सफल बागवानी किसानों की कामयाबी को ज्यादा से ज्याद किसानों तक पहुंचा कर प्रदेश की 'खेती बाड़ी' को बेहतर बनाना आसान होगा. इस अवसर पर प्रदेश के विभ‍िन्न हिस्सों से आए प्रगतिशील बागवानी किसानों को राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया.  

प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण

डो तोमर ने बताया कि इस साल पुष्प प्रदर्शनी में शनिवार को शि‍वरात्र‍ि के पर्व को देखते हुए फूलों से बने अद्भुत शिवलिंग के दर्शन होंगे. इसके अलावा उन सफल बागवानी किसानों के काम को रोल मॉडल की तरह भी दर्शाया गया है, जो बागवानी में अपने हुनर का लोहा मनवा रहे हैं. प्रदर्शनी में फूलों से ही बनाई गई गणेश प्रतिमा, स्वस्तिक और राम दरबार को इस साल के खास आकर्षण के रूप में पेश किया गया है. तोमर ने बताया कि फूलों की इस साज सज्जा के अलावा मशरूम की खेती का एक लाइव डेमो भी रखा गया है. इससे प्रदेश के बागवानी किसानों को मशरूम की खेती के सफल मॉडल से परिचित कराया जा रहा है. 

जनता के लिए खुले राजभवन के दरवाजे

डा तोमर ने बताया कि राजभवन के प्रांगण में प्रदेश की सबसे बड़ी फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री द्वारा आज उद्घाटन होने के बाद इस प्रदर्शनी को जनसामान्य के लिए खोल दिया गया है. बागवानी के शौकीन लोग 20 फरवरी तक इसमें शिरकत कर सकेंगे. डा तोमर ने बताया कि प्रदर्शनी में इस साल कुल 48 क्लास एवं 628 वर्ग में प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं. यूपी सरकार के उद्यान विभाग द्वारा आयोजित होने वाले इस मेले की अब तक चली आ रही परिपाटी के मुताबिक आगामी 20 फरवरी को इसका समापन राज्यपाल करेंगी.   

इस बार क्या नया है

 इस साल पहले वर्गों के अन्तर्गत शाकभाजी, फल, मशरूम, फल संरक्षण, शहद एवं पान के पत्तों आदि की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. दूसरे भाग में सदाबहार पत्ती फूल. सजावटी, औषधीय पौधे अन्य मौसमी फूलों के गमले, गमलों में लगी शाकभाजी, गमलों के कलात्मक समूह की प्रतियोगिता, पॉलीहाउस में उत्पादित विभिन्न प्रजातियों के पुष्प, गुलाब तथा डहेलिया आदि के कटे पुष्प, औषधीय सकुलेन्ट्स, बोनसाई पौधे, व्यक्तिगत सरकारी क्षेत्रों में बागवानी की फोटोग्राफी आदि की प्रतियोगिता आयोजित की गयी है. 

डा तोमर ने बताया कि इस प्रदर्शनी में अब तक कुल 2181 प्रतिभागियों द्वारा 16740 प्रदर्शनों की एंट्री लखनऊ सहित विभिन्न जनपदों से की गयी है. प्रदर्शनी में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विजेताओं पुरस्कृत किया जाएगा. इस दौरान गमलों के कलात्मक समूहों का प्रदर्शन एवं फोटोग्राफी प्रतियोगिता विशेष आकर्षण के केंद्र होंगे.

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