यूपी में शाहजहांपुर स्थित गन्ना शोध परिषद हर साल 'मिठास मेले' का आयोजन करती है. विभाग की ओर से बताया गया कि मेले में आयोजित ‘मिठास गोष्ठी‘ में किसानों को 'गन्ना सीड की मिनी किट' दी जाएगी. विभाग ने बताया कि बीज वितरण की प्रक्रिया को पारदर्शी एवं निष्पक्ष बनाने के लिए इस बार बीज के इच्छुक किसानों के लिए ऑनलाइन आवेदन को अनिवार्य कर दिया गया है. गन्ना शोध परिषद के वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि हर साल मिठास मेले में गन्ना किसानों को नई किस्मों के मिनी गन्ना सीड किट दिए जाते हैं. उन्हाेंने कहा कि इस साल गन्ना बीज वितरण की प्रक्रिया में मामूली बदलाव किया गया.
गन्ना शोध परिषद के वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि बीज की मिनी किट प्राप्त करने के लिए किसानों को गन्ना विभाग की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा. इसके लिए किसान '' enquiry.caneup.in '' पर ऑनलाइन पंजीकरण करके मिनीकिट के शुल्क का भुगतान कर सकते हैं. इससे अब घर बैठे किसान गन्ना का बीज प्राप्त कर पाएंगे.
उन्होंने स्पष्ट किया जो किसान मिठास मेला में गन्ना के बीज की मिनी किट प्राप्त कर लेंगे, उनके अलावा अन्य ऑनलाइन पंजीकृत किसानों को आवेदन में दिए गए उनके पते पर बीज की मिनी किट भेजी जाएगी.
यूपी के गन्ना विकास आयुक्त संजय भूसरेड्डी मिठास मेले का उद्घाटन करेंगे. भूसरेड्डी ने एक बयान में बताया कि प्रत्येक वर्ष की तरह इस साल भी मिठास मेले में भारी तादाद में किसान एकत्र होंगे. इसके मद्देनजर विभाग ने मांग के अनुरूप 'मिनी गन्ना सीड किट' की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था की है.
उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था के तहत ऑनलाइन पंजीकृत किसानों को गन्ना की 2 नई किस्मों 'को शा 17231' एवं 'को शा 16233' की मिनी किट का वितरण किया जाएगा.
यूपी गन्ना शोध परिषद के निदेशक डाॅ सुधीर शुक्ल ने बताया कि 4 मार्च को मिठास मेले में गन्न की खेती से जुड़ी नई एवं अत्याधुनिक तकनीकों का भी प्रदर्शन किया जाएगा. डाॅ शुक्ल ने किसानों से भरपूर तादाद में मेले में शामिल होने की अपील की.
उन्होंने कहा कि इस मेले में गन्ना किसानों के अलावा चीनी उद्योग के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. इसमें सभी पक्ष मिलकर गन्ना एवं चीनी उत्पादन से जुड़े तकनीकी पहलुओं के बारे में एक ही मंच पर विचार मंथन करेंगे. इस दौरान किसानों की व्यवहारिक दिक्कतों का भी तकनीकी समाधान वैज्ञानिक द्वारा कराया जाएगा.
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