राजधानी लखनऊ के मलीहाबादी दशहरी आम की डिमांड अब पूरे देश से आने लगी है. इसी कड़ी में सीजन की पहली आम की खेप को महाराष्ट्र के नागपुर भेजने की तैयारी शुरू हो चुकी है. यह जानकारी अवध आम उत्पादक बागवानी समिति के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह ने किसान तक से बातचीत में दी. उन्होंने बताया कि अभी महाराष्ट्र के नागपुर से 5 क्विंटल दशहरी आम की डिमांड आई है. जो एक बॉक्स के जरिए आमों को भरकर भेजा जाएगा. एक बॉक्स की कीमत 300 रुपये है, वहीं एक बॉक्स में करीब 4 किलो आम आता है. जबकि एक सीडी बॉक्स में 15-16 आम के पीस आते हैं. सिंह ने आगे बताया कि पुणे से भी दहशरी आम के आर्डर मिल रहे है. जल्द ही वहां भी माल ट्रेनों के रास्ते भेजा जाएगा.
उन्होंने बताया कि आर्डर तो देश के अलग-अलग राज्यों से आ रहे हैं कि लेकिन रेट के मामले में पेंच फंस रहा है. व्यापारी 40 रुपये प्रति किलो का रेट मांग रहे है, जबकि हम लोग 80 रुपये प्रति किलो से नीचे दशहरी आम को नहीं बेंच रहे है. आपको बता दें कि 5 जून से दहशरी आम की हार्वेस्टिंग शुरू हो गई है.
समिति के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष 2014 में पहली बार लखनऊ के मलीहाबादी दशहरी आम को GI Tag125 का सर्टिफिकेट मिल गया था. इससे असली और नकली दशहरी आम की पहचान आसानी से हो जाएगी. उन्होंने बताया कि वर्तमान में 1000 से अधिक किसान अवध आम उत्पादक बागवानी समिति से जुड़े हुए है. जिनको सीधे रूप से बड़ा फायदा हो रहा है. अब कोई भी किसान डिब्बे के ऊपर अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखकर मलीहाबादी दशहरी देश-विदेश में एक्सपोर्ट कर सकते हैं.
उन्होंने बताया कि बैगिंग वाले आम के दाम किसानों को 80 रुपये प्रति किलो तक मिल जाता है. बाजार में यह 150 रुपये प्रति किलो तक बिकता है. जबकि बिना बैगिंग वाला आम फुटकर बाजार में 50-60 रुपये प्रति किलो तक लोगों को मिल जाएगा. सीजन पर मंडी में 25 से 30 रुपये प्रति किलो और फुटकर मार्केट में 50-60 रुपये प्रति किलो तक दाम रहने का अनुमान है.
सिंह बताते हैं कि उत्तर प्रदेश और देश में करीब 80 फीसदी लोग आज भी दशहरी आम का ही स्वाद पसंद करते हैं. बाजार में जब भी वो आम खरीदने जाते हैं तो उनकी पहली पसंद दशहरी ही होता है. हालांकि अब नई वैरायटी के आम एक-एक करके दशहरी को पीछे छोड़ते जा रहे हैं. लेकिन मलीहाबादी दशहरी का अपना स्वाद आज भी बरकरार है.
ये भी पढ़ें-
Special Varieties of Mango: बाजार में अब मिलेंगे असली आम, अब तक जो खा रहे थे उससे कुछ अलग
CM योगी ने मोदी सरकार की गिनाईं उपलब्धियां, बोले- 2014 के बाद ही किसान बना राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today