पिछले साल से दो फीसद अधिक हुई धान की खरीद, किसानों को मिले 1.47 लाख करोड़ रुपये

पिछले साल से दो फीसद अधिक हुई धान की खरीद, किसानों को मिले 1.47 लाख करोड़ रुपये

पश्चिम बंगाल में खरीफ धान की खरीद 31 मई तक चलेगी और असम में 30 जून तक. ओडिशा, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक में धान की खरीद 31 मार्च को बंद हो जाएगी. देश के बाकी राज्यों में धान की खरीद बंद हो चुकी है.

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पिछले साल से दो फीसद अधिक हुई धान की खरीद, किसानों को मिले 1.47 लाख करोड़ रुपयेइस बार खरीफ सीजन में धान की खरीद अधिक हुई है

इस बार धान की सरकारी खरीद में तेजी देखी गई. इस बार के खरीफ सीजन में लक्ष्य के मुताबिक 93 फीसद धान की खरीद हो चुकी है. पिछले साल से तुलना करें तो इस साल दो फीसद अधिक धान की खरीद हो चुकी है. यह आंकड़ा सितंबर तक के मौजूदा मार्केटिंग सीजन का है. शुरू में यह टारगेट 518 लाख टन का था. लेकिन हरियाणा में धान की खरीद में तेजी को देखते हुए टारगेट को बढ़ाकर 521 लाख टन कर दिया गया. 

राष्ट्रीय स्तर पर धान की खरीद में तेजी है, लेकिन एक-दो राज्यों में टारगेट पिछड़ गया है. तमिलनाडु में नवंबर से हर महीने खरीद कम हो रही है. तमिलनाडु में धान की खरीद का शुरुआती लक्ष्य 19.9 लाख टन रखा गया था जिसे बाद में सुधार कर 12.9 लाख टन कर दिया गया. 

आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, अक्टूबर में 114.34 लाख टन (पिछले साल से 12 परसेंट अधिक), नवंबर में 104.39 लाख टन (पिछले साल से 13 परसेंट अधिक), दिसंबर में 137.2 लाख टन (नौ फीसद अधिक), जनवरी में 81.4 लाख टन (29 परसेंट कम) और फरवरी में 41 लाख टन (21 परसेंट अधिक) धान की खरीद की जा चुकी है. 

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पश्चिम बंगाल में खरीफ धान की खरीद 31 मई तक चलेगी और असम में 30 जून तक. ओडिशा, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक में धान की खरीद 31 मार्च को बंद हो जाएगी. देश के बाकी राज्यों में धान की खरीद बंद हो चुकी है.

आंकड़े के मुताबिक, पूरे देश में चावल के लिहाज से देखें तो 28 फरवरी तक 1.47 लाख करोड़ रुपये का 478.3 लाख टन धान खरीदा जा चुका है. पिछले साल इसी अवधि में 469.9 लाख टन धान की खरीद हुई थी. इस साल धान खरीद से 99 लाख किसानों को सीधा फायदा हुआ है जिन्होंने 2060 रुपये प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी कि MSP की दर से धान बेचा है.

पिछले साल की तुलना में इस साल अगर 8.4 लाख टन अधिक धान की खरीद हुई है, तो इसके पीछे बंगाल को वजह माना जा रहा है. यहां धान की खरीद अधिक हुई है. 28 फरवरी तक बंगाल में 14.71 लाख टन धान की खरीद की गई जबकि 31 जनवरी तक 7.27 लाख टन ही खरीद हुई थी. 

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उत्तर प्रदेश में खरीद का आंकड़ा अपने लक्ष्य को पार कर गया है. यह लक्ष्य 40 लाख टन का रखा गया था जो 43.8 लाख टन पर पहुंच गया है. पिछले साल इसी अवधि में 43.6 लाख टन खरीद की गई थी. बिहार में 28.17 लाख टन धान की खरीद हुई है जो कि पिछले साल का आंकड़ा 30.09 लाख टन से कुछ कम है. बिहार में खरीफ धान की खरीद का लक्ष्य 30 लाख टन निर्धारित किया गया है. छत्तीसगढ़ में 61.6 लाख टन धान की खरीद की जा चुकी है.

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