आलू, प्याज और टमाटर तीनों के दाम में लगातार इजाफा हो रहा है. लेकिन, क्या इसका फायदा किसानों तक पहुंच रहा है? यह बड़ा सवाल है. कुछ लोग इन सब्जियों के दाम में वृद्धि के लिए किसानों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं लेकिन क्या यह उचित है? नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में किसानों और कंज्यूमर से जुड़े कृषि और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय हैं. कृषि मंत्रालय बता रहा है कि किसान मंडियों में आलू, प्याज और टमाटर को किस कीमत पर बेच रहे हैं और उपभोक्ता मामले मंत्रालय बता रहा है कि कंज्यूमर को कितनी कीमत में ये चीजें मिल रही हैं. दोनों के आंकड़ों को सामने रखकर देखेंगे तो आपको साफ नजर आएगा कि महंगाई बढ़ाने के लिए जिम्मेदार कौन लोग हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार 9 जुलाई को किसानों ने 4163.20 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर मंडी में टमाटर बेचा. यानी 41.63 रुपये किलो के भाव पर, जबकि उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने बताया है कि कंज्यूमर को अधिकतम 134 रुपये प्रति किलो के हिसाब से टमाटर उपलब्ध हुआ. इस हिसाब से देखा जाए तो किसानों के हाथ से निकलने के बाद कंज्यूमर तक पहुंचते-पहुंचते एक किलो टमाटर पर 90 रुपये से अधिक की वृद्धि हो गई.
इसे भी पढ़ें: आलू, प्याज और टमाटर के दाम ने बढ़ाई महंगाई की टेंशन, केंद्र सरकार ने कर दिया बड़ा दावा
केंद्रीय कृषि मंत्रालय की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार 9 जुलाई को किसानों ने मंडी में 2920.22 रुपये प्रति क्विंटल के थोक भाव पर प्याज बेचा. यानी 29.20 रुपये किलो पर. जबकि इसी दिन उपभोक्ता मामले विभाग के प्राइस मॉनिटरिंग डिवीजन ने बताया कि कंज्यूमर को 80 रुपये किलो में प्याज मिला. किसान चार महीने से ज्यादा की मेहनत के बाद प्याज मंडी में बेचने ले गया और उसे लागत लगाने के बाद कीमत महज 30 रुपये किलो तक मिली. जबकि व्यापारियों ने कुछ ही दिनों में उस पर करीब 40 से 50 रुपये किलो का प्रॉफिट कमाया.
कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 9 जुलाई को किसानों ने 21.64 रुपये प्रति किलो के थोक भाव पर आलू बेचा. जबकि उपभोक्ता मामले मंत्रालय ने बताया है कि 9 जुलाई को ही कुछ शहरों में कंज्यूमर को 80 रुपये किलो तक में आलू खरीदना पड़ा. हालांकि औसत दाम 36.08 रुपये किलो रहा. जाहिर है कि इन तीन प्रमुख सब्जियों की महंगाई की जो आग लगी है उसके लिए व्यापारी जिम्मेदार हैं. इसके लिए किसानों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.
कृषि मंत्रालय ने बताया है कि इस साल 9 जून के मुकाबले 9 जुलाई को यानी एक महीने में प्याज के दाम में 41.02 फीसदी का इजाफा हो चुका है. किसानों को 9 जुलाई को 2920.22 रुपये क्विंटल का थोक दाम मिला, जबकि 9 जून को दाम 2070.73 रुपये क्विंटल था. टमाटर के दाम में पिछले एक महीने में ही 84.83 फीसदी का उछाल आया है.
किसानों को 9 जुलाई को टमाटर का थोक दाम 4163.20 रुपये क्विंटल मिला था जो एक महीने पहले 9 जून 2252.43 रुपये था. आलू के दाम में 18.71 फीसदी की वृद्धि हुई है. किसानों ने 9 जुलाई को आलू 2163.75 प्रति क्विंटल पर बेचा जबकि एक महीने पहले 1822.70 रुपये का भाव था.
इसे भी पढ़ें: प्याज के मुद्दे पर 'लीपापोती' में जुटी सरकार, महाराष्ट्र पहुंची केंद्रीय टीम तो किसानों ने निकाली भड़ास
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today