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Onion Price: देश में बढ़ेगा प्याज का संकट, आसमान पर पहुंचेगा दाम...उत्पादन में भारी गिरावट का अनुमान

Onion Price: देश में बढ़ेगा प्याज का संकट, आसमान पर पहुंचेगा दाम...उत्पादन में भारी गिरावट का अनुमान

Production of Horticultural Crops: महाराष्ट्र में 34.31 लाख टन, कर्नाटक में 9.95 लाख टन, आंध्र प्रदेश में 3.54 लाख टन और राजस्थान में 3.12 लाख टन उत्पादन कम हो गया है. इसकी वजह से प्याज महंगा हो सकता है. आलू भी देगा झटका क्‍योंकि इस साल कम हो गया है उत्‍पादन. जानिए बाकी बागवानी फसलों का क्या है हाल. 

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प्‍याज उत्‍पादन में भारी गिरावट. प्‍याज उत्‍पादन में भारी गिरावट.

इस साल देश में प्याज का संकट गहरा सकता है. क्योंकि पिछले साल के मुकाबले इस बार उत्पांदन में 47 लाख टन से अधिक की कमी का अनुमान है. केंद्र सरकार ने 2022-23 के बागवानी फसलों के क्षेत्र और उत्पादन के अंतिम अनुमान के साथ ही 2023-24 के पहले अग्रिम अनुमान को भी जारी कर दिया है. इसी में इस बात का खुलासा हुआ है. वर्ष 2023-24 में प्याज का उत्पादन (पहला अग्रिम अनुमान) पिछले वर्ष के लगभग 302.08 लाख टन के उत्पादन की तुलना में लगभग 254.73 लाख टन ही होने की संभावना है. इसकी वजह यह है कि प्रमुख उत्पादक राज्यों में उत्पादन घट गया है. महाराष्ट्र में 34.31 लाख टन, कर्नाटक में 9.95 लाख टन, आंध्र प्रदेश में 3.54 लाख टन और राजस्थान में 3.12 लाख टन उत्पादन कम हो गया है. इसकी वजह से प्याज महंगा हो सकता है. 

कृषि विभाग ने राज्यों और अन्य सरकारी स्रोत एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर संकलित विभिन्न बागवानी फसलों के क्षेत्र और उत्पादन का वर्ष 2022-23 का अंतिम अनुमान तथा वर्ष 2023-24 का पहला अग्रिम अनुमान जारी किया गया है. कुल बागवानी क्षेत्र और उत्‍पादन में इजाफा हुआ है. साल 2021-22 में बागवानी फसलों का क्षेत्र 28.04 मिलियन हेक्टेयर था. जो 2023-2024 के पहले अग्रिम अनुमान में बढ़कर 28.77 मिलियन हेक्टेयर हो गया है. बागवानी फसलों का उत्पादन 2021-22 में 347.18 मिलियन टन था, जो 2023-2024 के पहले अग्रिम अनुमान में बढ़कर 355.25 लाख टन हो गया है.

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फल-सब्‍जियों का कितना उत्‍पादन 

  • फलों का उत्पादन 2022-23 (अंतिम अनुमान) में 110.21 मिलियन टन होने का अनुमान है, जिसका मुख्य कारण सेब, केला, अंगूर, आम और तरबूज के उत्पादन में बढ़ोतरी है. 
  • सब्जियों का उत्पादन 2021-22 में 209.14 मिलियन टन से बढ़कर 2022-23 में 212.55 मिलियन टन (अंतिम अनुमान) हो गया है. . इसका मुख्य कारण मिर्च (हरी), प्याज, मूली, साबूदाने और टमाटर को छोड़कर सभी सब्जियों में दर्ज की गई वृद्धि है. .
  • प्याज: 2021-22 में 316.87 लाख टन उत्पादन की तुलना में 2022-23 में उत्पादन (अंतिम अनुमान) 302.08 लाख टन होने का अनुमान है. हालांकि, वर्ष 2023-24 में प्याज का उत्पादन (पहला अग्रिम अनुमान) पिछले वर्ष के लगभग 302.08 लाख टन के उत्पादन की तुलना में लगभग 254.73 लाख टन होने की संभावना है.  
  • आलू: 2021-22 के लिए अनुमानित 561.76 लाख टन की तुलना में 2022-23 में उत्पादन (अंतिम अनुमान) लगभग 601.42 लाख टन होने का अनुमान है. 
  • टमाटर: 2022-23 में उत्पादन (अंतिम अनुमान) लगभग 204.25 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि 2021-22 में 206.94 लाख टन था.  

2023-24 में क्‍या है हाल? 

  • मुख्य रूप से केला, नारंगी और आम के उत्पादन में वृद्धि के कारण फलों का उत्पादन 112.08 मिलियन टन तक पहुंचने की उम्मीद है.
  • साल 2023-24 में आलू का उत्पादन (पहला अग्रिम अनुमान) लगभग 589.94 लाख टन होने की उम्मीद है, जबकि पिछले साल यह लगभग 601.42 लाख टन था, जिसका कारण पश्चिम बंगाल में पिछले वर्ष की तुलना में आई कमी है. 
  • सब्जियों का उत्पादन लगभग 209.39 मिलियन टन होने का अनुमान किया गया है. पत्तागोभी, फूलगोभी, कद्दू, साबूदाना, टमाटर और अन्य सब्जियों के उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है. 
  • टमाटर का उत्पादन पिछले साल के लगभग 204.25 लाख टन की तुलना में लगभग 208.19 लाख टन होने की उम्मीद है, जो 1.93 प्रतिशत लाख टन की वृद्धि दर्शाता है.  

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