खरीफ फसलों की बुवाई लगभग पूरी होने वाली है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने 16 अगस्त तक की बुवाई की जो रिपोर्ट दी है उसके अनुसार खरीफ फसलों की बुवाई 1031.56 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले साल से 21.04 लाख हेक्टेयर ज्यादा है. साल 2023 में इसी अवधि तक सिर्फ 1010.52 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी. साल 2018-19 से 2022-23 के बीच देश में खरीफ फसलों का एरिया 1095.84 लाख हेक्टेयर है. ऐसे में लगभग 94 फीसदी बुवाई पूरी हो चुकी है. धान की रोपाई और बुवाई 369.05 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 19.57 लाख हेक्टेयर अधिक है. हालांकि, देश में लगभग 402 लाख हेक्टेयर में धान की खेती होती है.
दलहन फसलों की बुवाई 120.18 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 113.69 लाख हेक्टेयर ही थी. यानी दलहन फसलों का एरिया 6.48 लाख हेक्टेयर बढ़ा है. अरहर की बुवाई 45.78 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जो पिछले वर्ष से 5.04 लाख हेक्टेयर ज्यादा है. दूसरी ओर, मूंग की बुवाई 33.24 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले वर्ष के मुकाबले 2.97 लाख हेक्टेयर अधिक है.
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श्री अन्न यानी मोटे अनाजों की बुवाई 181.11 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 176.39 लाख हेक्टेयर में ही मोटे अनाजों की बुवाई हुई थी. यानी कवरेज 4.72 लाख हेक्टेयर बढ़ गई है. मक्का की बुवाई 87.23 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 5.98 लाख हेक्टेयर अधिक है. हालांकि, बाजरा का एरिया 66.91 लाख हेक्टेयर है जो पिछले वर्ष से 2.79 लाख हेक्टेयर है.
खरीफ सीजन वाली तिलहन फसलों की बुवाई 186.77 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जो पिछले साल से 1.64 लाख हेक्टेयर कम है. मूंगफली की बुवाई 46.36 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 3.75 लाख हेक्टेयर ज्यादा है. सोयाबीन की बुवाई 125.11 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले साल के मुकाबले 1.25 लाख हेक्टेयर अधिक है. अरंडी की बुवाई 3.74 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले साल से 2.64 लाख हेक्टेयर कम है.
गन्ना की बुवाई 57.68 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले वर्ष से मामूली अधिक है, जबकि जूट और कॉटन की बुवाई पिछले साल से कम है. जूट की बुवाई 5.70 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले साल से 0.86 लाख हेक्टेयर कम है. कॉटन की बुवाई 111.07 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले साल से 11.08 लाख हेक्टेयर कम है. वर्ष 2023 की इसी अवधि के दौरान 122.15 लाख हेक्टेयर में कॉटन की बुवाई हुई थी.
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