किसान पहले के मुकाबले काफी आधुनिक होते जा रहे हैं. वह खेती में नए-नए प्रयोग करते रहते हैं. अब किसान पारंपरिक खेती के अलावा नकदी फसलों यानी फलों और सब्जियों की खेती पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं, जिसके कारण कमाई के रास्ते भी खुल गए हैं. ऐसे में जो किसान फलों की खेती करते हैं वो आम की फसल लेने वाले किसान अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए एक ही बाग में आम और अमरूद की फसल साथ में लगा सकते हैं. बेहतर आय के लिए आम के साथ अमरूद के भी बाग लगा सकते हैं. आइए जानते हैं इन दोनों फलों को एक साथ लगाने की सारी विधि.
किसानों को एक साथ आम और अमरूद की खेती करने के लिए आम के पौधों की पौध से पौध और लाइन से लाइन की दूरी 10 मीटर रखनी चाहिए. ऐसा करने से एक एकड़ में आम के 40 पौधे लगेंगे. अब आम के दो पौधों और लाइन से लाइन के बीच 5-5 मीटर की दूरी पर अमरूद के पौधे लगाएं. ऐसा करने से अमरूद के करीब 100 पौधे लग जाएंगे. इससे बागवानों को बेहतर और अधिक समय तक कमाई होती रहेगी.
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अब इस खेती से होने वाले मुनाफे के गणित को समझते हैं. आपको बता दें कि आम का पौधा लगाने बाद उसमें चार साल में फल आने शुरू हो जाते हैं. जबकि, अमरूद का पौधा लगाने पर उसमें दूसरे या तीसरे साल से ही फल आना शुरू हो जाता है. मतलब यह कि किसान की आमदनी जल्दी शुरू हो जाएगी. इसमें किसानों को आम के मुकाबले अमरूद से जल्दी ही कमाई मिलने लगेगी.
अगर किसान आम और अमरूद की खेती एक साथ करते हैं, तो अमरूद के पेड़ से साल में दो बार फल मिलता है. ऐसे में किसानों को दोनों सीजन मिलाकर एक पेड़ से करीब 40-50 किलो फल मिल जाता है. इस तरह 100 पेड़ से सालाना करीब 40-50 क्विंटल फल मिलेगा. इसके अलावा अमरूद की फसल में खर्च भी कम होता है. तो इस तरह से किसान अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं. वहीं बात करें आम की तो इसके पेड़ से साल में एक बार फल मिलता है.
अगर किसान आम और अमरूद की खेती एक साथ करना चाहते हैं तो वो अमरूद की कुछ खास किस्मों की खेती कर सकते है. इसमें ललित, श्वेता, धवल और लालिमा किस्में शामिल हैं. इनके फल परंपरागत रूप से प्रचलित प्रजातियों से बड़े होते हैं. साथ ही स्वाद और मिठास में बेहतर होने की वजह से इनका बाजार भाव भी अच्छा मिल जाता है.
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