भारत के लगभग हर हिस्से में जीरा खाने में इस्तेमाल होता है. देश की रसोइयों में सब्जी में तड़का लगाने के लिए जीरा सबसे बड़ी जरूरत का मसाला है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जीरा सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि आपकी सेहत के लिए भी लाभदायक होता है. आयुर्वेद में भी जीरे के महत्व के बारे में काफी बताया गया है. भारतीय खाद्य परंपरा में जीरे का अलग-अलग तरह से उपयोग करने के तरीके भी बताए गए हैं. इसीलिए हम देखते हैं कि घरों में सब्जी बनाते हुए जीरे का उपयोग भी अलग-अलग तरह के झौंक लगाने के लिए किया जाता है.
आयुर्वेद में जीरे के तीन प्रकार बताए गए हैं. ये सफेद जीरा, काला जीरा और अरण्य यानी जंगली जीरा हैं.सफेद जीरे का इस्तेमाल हम सब सब्जी में झौंक लगाने के लिए करते ही हैं. वहीं, काला जीरा भी सफेद जीरे की तरह ही है. हालांकि यह सफेद जीरे से थोड़ा महंगा होता है. सफेद जीरे का पौधा 60-90 सेमी ऊंचा, और सीधा होता है. इसके फूल गहरे नीले, या बैंगनी रंग के होते हैं. इसके फल 4.5-6 मिमी लम्बे, बेलनाकार होते हैं. सफेद जीरे में तीखी गंध होती है.
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जीरा आपको कई बीमारियों के साथ-साथ बीमारियों को दूर रखने का भी काम करता है. यहां हम आपको जीरे के कुछ फायदे बता रहे हैं. इन्हें आप घर में भी आजमा सकते हैं, लेकिन एक बार विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.जीरा एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सिडेंट है और साथ ही इससे सूजन को भी कम किया जा सकता है. जीरे में फाइबर के साथ-साथ यह आयरन, कॉपर, कैल्शियम, पोटैशियम, मैगनीज, जिंक व मैगनीशियम जैसे मिनरल्स का खजाना है. इसमें विटामिन ई, ए, सी और बी-कॉम्प्लैक्स जैसे विटामिन अच्छी मात्रा में पाया जाता है.
पाचन क्रिया ठीक करने में- जीरा का इस्तेमाल पाचन तंत्र को ठीक करता है. जीरे का पानी कब्ज, सूजन और मतली के लिए काफी फायदेमंद है. कुछ स्टडीज में सामने आया है कि जीरे में थाइमोल नाम का एक कंपाउंड होता है, जो डाइजेस्टिव एंजाइमों को स्टिमुलेट कर सकता है. इससे डाइजेशन बढ़ाने में मदद मिलती है.
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वजन घटाने में- जीरा मोटापे से पीड़ित लोगों के लिए वरदान साबित हो सकता है. क्योंकि जीरे के पानी से इम्यूनिटी बढ़ती है. साथ ही बीपी की समस्या भी कंट्रोल करता है. क्योंकि जीरे में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी- इंफ्लेमेटरी के साथ-साथ एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं. इसीलिए जीरे से वजन कम किया जा सकता है.
कैलोरी में कम होता है जीरा
जीरे के पानी में काफी कम मात्रा में कैलोरी होती है. विशेषज्ञ बताते हैं कि जीरे की एक चम्मच केवल सात-आठ कैलोरी ही होती है. इसीलिए प्यास लगने पर जीरे का पानी अगर आप पीते हैं तो ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है.
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