कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा सरकार को बर्बाद फसलों का मुआवज़ा 15 दिन में नहीं देने पर बड़े आंदोलन की खुली चेतावनी दी है. साथ ही लोगों से अपील की है कि खट्टर सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए उनकी मदद करें. हरियाणा में क़रीब डेढ़ साल बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. लेकिन सत्ता और विपक्ष अभी से एक दूसरे को पटकनी देकर सत्ता हासिल करने के लिए चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. हरियाणा में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों का भारी नुकसान हुआ है. किसानों की गेहूं और सरसों जैसी फसलें चौपट हो गई हैं. बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे के लिए किसान आंदोलन कर रहे हैं. इन किसानों को कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड़्डा का समर्थन मिला है.
कांग्रेस अभी 'हाथ से हाथ जोड़ो अभियान' चला रही है जिसमें किसानों के मुद्दे भी उठाए जा रहे हैं. इसी सिलसिले में भिवानी के धनाना गांव पहुंचे कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने पहले तो सरकार को बड़े आंदोलन की चेतावनी दी. फिर सरकार को उखाड़ फेंकने की बात कह डाली. हुड्डा ने कहा कि सरकार अगले 15 दिन में खराब हुई फसलों का मुआवजा किसानों को दिलाए, वर्ना कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में बड़ा आंदोलन किया जाएगा. किसानों के मुद्दे को कांग्रेस अभी पूरे हरियाणा में जोर-शोर से उठा रही है.
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सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों को बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद फसलों का मुआवज़ा 25 से 50 हज़ार रुपये 15 दिन में दे, वरना एक और बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहे. दीपेंद्र हुड्डा ने अपनी मांग उठाने वाले हर वर्ग और संगठन पर होने वाले लाठीचार्ज पर सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि पहले आशा और आंगनबाड़ी वर्कर और फिर पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे कर्मचारियों पर पंचकूला में लाठीचार्ज हुआ. उसके बाद सरपंच पहुंचे. सरपंचों को लगा कि वे छोटी सरकार हैं और उनकी मांग पूरी होगी. पर सरकार ने सरपंचों की भी अच्छी तसल्ली बैठा दी. उन पर भी लाठीचार्ज कर दिया.
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हरियाणा में किसानों का मुद्दा अभी गरम है क्योंकि फसल नुकसान की भरपाई के लिए वे सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं. इससे पहले गन्ने के रेट को लेकर किसान आंदोलनरत रहे. अभी बारिश और ओलावृष्टि से फसलें खराब हुई हैं जिसे लेकर किसान अधिक से अधिक मुआवजे की मांग कर रहे हैं. हालांकि प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कई जगहों पर फसलों के नुकसान का जायजा लिया और किसानों को आश्वस्त किया है कि उन्हें जल्द राहत दी जाएगी. कृषि मंत्री ने कहा कि क्षतिपूर्ति पोर्टल को दोबारा खोला गया है जहां किसान खराब फसलों का विवरण दे सकते हैं. इसी आधार पर किसानों के खाते में मुआवजे की राशि ट्रांसफर की जाएगी.
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