512 किलो प्याज के मिले थे दो रुपये, अब किसान ने नाराजगी में कही ये बड़ी बात

512 किलो प्याज के मिले थे दो रुपये, अब किसान ने नाराजगी में कही ये बड़ी बात

बरशी तालुका के बोरगांव जादी के किसान राजेंद्र चव्हाण ने 17 फरवरी को सोलापुर के सूर्या ट्रेडर्स को 512 किलो प्याज बेचा. हमाली, तोलाई, वाहन का किराया जोड़ कर उनके हाथ दो रुपये का चेक प्राप्त हुआ. दो रुपये किसान की उत्पादन लागत भी नहीं है. राजेंद्र चव्हाण ने 'आजतक' से कहा, क्या किसान का कोई रखवाला है? चव्हाण ने कहा कि दो रुपये का चेक भुनाने में तीन सौ रुपये लगेंगे.

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512 किलो प्याज के मिले थे दो रुपये, अब किसान ने नाराजगी में कही ये बड़ी बात512 किलो प्याज के लिए दो रुपये पाने वाले किसान राजेंद्र चव्हाण

अभी हाल में आपने सोलापुर के उस किसान की कहानी सुनी होगी जिसे 512 किलो प्याज की कीमत मात्र दो रुपये मिली. इस खबर के सामने आने के बाद सरकारी महकमे में चर्चा तेज हो गई कि आखिर किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी जब रेट ही दो रुपये मिल रहे हैं. जैसे ही इस खबर में किसान की पीड़ा और खेती का हाल सामने आया, पूरे महाराष्ट्र से इस तरह के वाकये सामने आने लगे. इसी सोलापुर मंडी में एक किसान को उलटा अपनी उपज के लिए व्यापारी को ही पैसा देना पड़ा. किसान हैरान रह गया कि वह तो मंडी में प्चाज बेचना आया था, मगर उसे ही व्यापारी को पैसे देने पड़े क्योंकि उसकी कुछ रकम व्यापारी पर निकल रही थी. प्याज को लेकर ऐसी कई विचित्र कहानियां धीरे-धीरे सामने आ रही हैं. 

सोलापुर और उस्मानाबाद की सीमा पर दिन-रात मेहनत कर उगाए जाने वाले प्याज की कीमत महज दो रुपये मिले. जिस किसान को दो रुपये मिले, अब उनका बयान सामने आया है. 512 किलो प्याज बेचने पर दो रुपये का चेक पाने वाले किसान राजेंद्र चव्हाण ने रोष जताते हुए सवाल उठाया है कि आत्महत्या करने के लिए भी दो रुपये में पीने की दवा नहीं मिलती. किसान राजेंद्र चव्हाण ने मांग की है कि अगर राज्य में प्याज किसानों को सही मायने में मदद करनी है तो उन्हें सब्सिडी देने की घोषणा की जाए.

बरशी तालुका के बोरगांव जादी के किसान राजेंद्र चव्हाण ने 17 फरवरी को सोलापुर के सूर्या ट्रेडर्स को 512 किलो प्याज बेचा. हमाली, तोलाई, वाहन का किराया जोड़ कर उनके हाथ दो रुपये का चेक प्राप्त हुआ. दो रुपये किसान की उत्पादन लागत भी नहीं है. राजेंद्र चव्हाण ने 'आजतक' से कहा, क्या किसान का कोई रखवाला है? चव्हाण ने कहा कि दो रुपये का चेक भुनाने में तीन सौ रुपये लगेंगे.

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राजेंद्र चव्हाण ने मंत्री दादा भूसे से फोन पर संपर्क कर प्याज उत्पादक किसानों का हाल बयान किया. इसी के साथ राजेंद्र चव्हाण ने किसानों का मजाक उड़ाने और उन्हें लूटने वाले कारोबारी नसीर अहमद खलीपा का लाइसेंस पूरी तरह से रद्द करने की मांग की है. एनसीपी नेता अजीत पवार ने राजेंद्र चव्हाण के दो रुपये के प्याज बिल का नोटिस लिया और विधानसभा में आवाज उठाई. सरकार की तरफ से जवाब आया लेकिन राजेंद्र चव्हाण को अभी भी कोई मदद नहीं मिली.

अब मामला जान लेते हैं. सोलापुर जिले के बरशी तालुका के ग्राम बोरगांव (ज़ादी) के किसान राजेंद्र तुकाराम चव्हाण ने अपने दो एकड़ खेत में प्याज लगाया था. राजेंद्र चव्हाण ने प्याज से मिले मिलने वाले पैसे से अपना कर्ज चुकाने के इरादे से प्याज के दस बैग भेजे. 17 फरवरी 2023 को सोलापुर में सूर्या ट्रेडर्स प्याज के 10 बोरे का वजन 512 किलो था. लेकिन प्याज के दाम गिरने से किसान को एक रुपये प्रति किलो का भाव मिला.

हमाली, तोलाई के साथ वाहन का किराया कटने के बाद दो रुपये ही बचे. कृषि आय बाजार समिति के व्यापारी सूर्या ट्रेडर्स ने राजेंद्र चव्हाण के पक्ष में दो रुपये का चेक दिया. पूर्व सांसद ने राजेंद्र चव्हाण का दर्द सोशल मीडिया पर साझा किया. स्वाभिमानी शेतकर संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने सत्ताधारियों की आलोचना करते हुए सवाल किया कि एक व्यापारी को दो रुपये का चेक देते हुए उन्हें शर्म कैसे नहीं आई.

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