
इस समय महाराष्ट्र में प्याज की खेती करने वाले किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. राज्य में किसानों को प्याज का दाम सिर्फ रुपये से लेकर 2 रुपये किलो तक मिला रहा है.लेकिन अब एक ऐसा मामला वायरल हुआ है, जिसमें किसान को प्याज बेचने पर अपनी जेब से व्यापारी को भुगतान करना पड़ा है. ये मामला सोलापुर जिले के किसान बंडू भांगे से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने बीते महीने सोलापुर कृषि उपज मंडी समिति में 17 बोरी में 825 किलो प्याज बेचा था, लेकिन, इस उपज को बेचने के एवज में उन्हें व्यापारी से भुगतान नहीं हुआ बल्कि उन्हें अपनी जेब से व्यापारी को भुगतान करना पड़ा है. किसान को हुए भुगतान का बिल इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल है.
सोलापुर जिले के किसान बंडू भांगे ने सोलापुर कृषि उपज मंडी समिति में 825 किलो प्याज बेचा था. जिसका 1 रुपये किलो के हिसाब से किसान को व्यापारी ने 825 रुपये दिया. लेकिन, माला भाड़ा, मंडी शुल्क समेत कुल किसान को 826.46 रुपये चुकाने पड़े. जिसके बाद किसान को फसल बेचने पर भी पैसे तो नहीं बदले, उल्टा एक रुपये का भुगतान व्यापारी को करना पड़ा. जिसका 2 फरवरी का बिल सोशल मीडिया में भी इन दिनों वायरल हो रहा है. हालांकि ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किसान ने एक रुपये का भुगतान व्यापारी को किया या नहीं. लेकिन, ये तय है कि 8 क्विंटल फसल बेचने के बाद भी किसान खाली हाथ बड़े नुकसान में वापस घर गया.
किसान को प्याज बेचने पर जेब से भुगतान करने वाले मामले में किसान तक ने व्यापारी से बातचीत, जिसमें प्याज व्यापारी एसएन जावले ने बताया कि किसान ने कम दाम वाला बिल वायरल किया है. जावले ने बताया कि बंडू बांगे उस्मानाबाद से प्याज की खेप लेकर आए थे. वे तीन तरह के प्याज लेकर आए थे. अच्छी गुणवत्ता वाले प्याज की एवज में उन्हें 11 रुपये किलो तक का भुगतान करना पड़ा है, जो प्याज बेहद ही खराब गुणवत्ता का था. उसकी एवज में किसान को एक रुपये किलो के हिसाब से भुगतान किया गया था, जो बिल वायरल हो रहा है.
ऐसा ही एक मामला कुछ दिन पहले सोलापुर जिले में ही देखा गया था, जहां किसान को 5 क्विंटल प्याज का सिर्फ 2 रुपये का चेक मिला था. राज्य के कई मंडियों में किसानों को 1 रुपये से लेकर 2 रुपये प्रति किलो का भाव मिल रहा है. परेशान किसान अपनी रबी सीजन की प्याज की फसलों पर ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर रहे है.
इस समय राज्य में समय प्याज के दाम औसतन 500 से 600 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहे हैं, इसके चलते किसान मायूस हैं. प्याज का बहुत काम भाव मिलने से किसानों में असंतोष है. प्याज के दाम को लेकर राज्य में कई जगहों पर सरकार के खिलाफ रास्ता रोको विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. सोमवार को एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी में किसानों का बड़ा प्रदर्शन हुआ था.
जिसकी वजह से मंडी बंद रही थी. कई जगहों पर 200 रुपये प्रति क्विंटल का ही भाव मिल रहा है. किसानों का यह मुद्दा विधानसभा में उठा है. विपक्ष के नेता अजीत पवार ने विधानसभा में सरकार को तुरंत सारे काम छोड़कर किसानों के मुद्दे पर चर्चा करने की मांग की है.
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