मध्य प्रदेश में जायद मूंग और उड़द की खेती करने वाले किसानों का इंतजार खत्म हो गया है. कल से दोनों फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होने वाले हैं. राज्य सरकार ने दोनों ही दलहन फसलों की खरीद को मंजूरी देते हुए केंद्र सरकार को एमएसपी पर इनकी खरीद (उपार्जन) का प्रस्ताव भेज दिया है. सीएम डॉ. मोहन यादव ने पिछले हफ्ते इसकी जानकारी दी थी. इससे पहले कहा जा रहा था कि राज्य सरकार ने मूंग फसल में हानिकारक केमिकल्स के बहुत ज्यादा इस्तेमाल का हवाला देते हुए मूंग खरीदने से इनकार कर दिया था. इसके बाद से ही किसान लगातार विराेध जता रहे थे. वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस ने भी राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को जानकारी दी कि किसान 19 जून से 6 जुलाई तक एमएसपी पर खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे. वहीं, 7 जुलाई से 6 अगस्त तक इन दालों की खरीद की जाएगी. बता दें कि राज्य के 36 मूंग उत्पादक जिलों में 8682 रुपये प्रति क्विंटल MSP पर जायद मूंग की खरीद की जाएगी और 13 उड़द उत्पादक जिलों में 7400 रुपये प्रति क्विंटल MSP पर उड़द की खरीद की जाएगी. जानिए रजिस्ट्रेशन के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होगी…
सरकारी खरीद केंद्रो पर मूंग और उड़द बेचने के लिए किसानों को रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है. इसके लिए किसानों के पास आधार नंबर, बैंक खाता संख्या, IFSC कोड भू-अधिकार, लोन बुक की स्व-प्रमाणित फोटोकॉपी अनिवार्य रूप से होनी चाहिए. साथ ही ध्यान रहे कि बैंक खाता अनिवार्य रूप से नेशनलाइज्ड बैंक या जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा में होना चाहिए.
राज्य सरकार ने कहा है कि हर उपार्जन (खरीद) केंद्र पर "व्यवस्था उपार्जन समिति" बनाई जाएगी. ये समितियां खरीद प्रक्रिया की पारदर्शिता, इसे आसान बनाने का काम करेंगी. साथ ही यह ध्यान रखेंगी कि किसानों को प्रक्रिया के दौरान किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
राज्य सरकार के एमएसपी पर इन दालों की खरीद के लिए हामी भरने से लाखों किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. सरकारी खरीद पर फैसला न हो पाने के चलते किसानों को औन-पौने दाम पर फसल बेचने जैसे हालात बन गए थे. लेकिन इस फैसले के बाद से किसानों को राहत है. साथ ही अब बढ़िया दाम मिलने की उम्मीद है. प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग का बंपर उत्पादन होता है.
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