झारखंड में इस बार देरी से शुरू होगी धान की खरीद, जानें क्या है सरकार की तैयारी

झारखंड में इस बार देरी से शुरू होगी धान की खरीद, जानें क्या है सरकार की तैयारी

जानकारी के अनुसार इस बार झारखंड में 20 दिसंबर के आस-पास धान की खरीद की जाएगी. साथ ही यह भी जानकारी मिल रही है कि आज 7 दिसंबर को होने वाली कैबिनेट की बैठक में एमएसपी बढ़ोत्तरी पर फैसला लिया जा सकता है.

Advertisement
झारखंड में इस बार देरी से शुरू होगी धान की खरीद, जानें क्या है सरकार की तैयारीझारखंड में धान की खरीद

झारखंड में  इस बार मॉनसून की बेरुखी के कारण खरीफ की खेती खास कर धान की खेती में असर पड़ा था. धान की खेती करने में किसानों को देरी हुई थी इसलिए धान की कटाई में भी देरी होगी. यही कारण है कि इस बार झारखंड में धान की खरीद में भी देरी है. आम तौर पर झारखंड में 1 दिसंबर से धान की खरीद शुरू हो जाती है, पर इस बार तो अधिकांश किसानों ने धान की कटाई भी शुरू नहीं की है. वहीं दूसरा कारण यह है कि भी अभी तक राज्य सरकार की तरफ से धान खरीद की तैयारी नहीं की हई है. पर अच्छी खबर यह मिल रही है कि इस बार हेमंत सरकार किसानों धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने जा रही है.

जानकारी के अनुसार इस बार झारखंड में 20 दिसंबर के आस-पास धान की खरीद की जाएगी. साथ ही यह भी जानकारी मिल रही है कि आज 7 दिसंबर को होने वाली कैबिनेट की बैठक में एमएसपी बढ़ोत्तरी पर फैसला लिया जा सकता है. कैबिनेट की मंजूरी के बाद इसकी घोषणा की जाएगी. बताया जा रहा है कि राज्य के किसान धान की एमएसपी बढ़ाने की मांग कर रहे थे, उनकी मांगों को देखते हुए एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया गया है. 

ये भी पढ़ेंः एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कौन होगा सीएम, बीजेपी कर रही मथंन, जनता कर रही इंतजार

एमएसपी बढ़ाने पर बनी सहमित

राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि राज्य में धान का बाजार मूल्य और एमएसपी दोनों ही लगभग एक समान है इसलिए किसानों को परशानी होती है. किसानो की इस परेशानी दो देखते हुए एमएसपी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है., जिसकी सहमति मिल चुक है. सात तारीख को होने वाली कैबिनट की बैठक के बाद इसकी औपचाकिर घोषणा कर दी जाएगी. वर्तमान में राज्य में किसानों को 20 रुपए 50 पैसे प्रति किलो दर से धान की कीमत दी जाती है. हालांकि किसानों का कहना है कि यह वर्तमान में जिस तरह से खेती पर खर्च बढ़ा है उसके हिसाब से यह राशि काफी नहीं होती है. 

ये भी पढ़ेंः Rabi sowing: 82 परसेंट हुई बुवाई, भाव नहीं मिलने से गेहूं, सरसों का रकबा घटा

पिछली बार कम करना पड़ा था धान खरीद का लक्ष्य

गौरतलब है कि राज्य में इस बार गंभीर सूखे की स्थिति थी इसके कारण धान के आच्छादन का क्षेत्रफल कम हुआ है. ऐसी स्थिति में राज्य सरकार धान खरीद के लक्ष्य को कम करने की तैयारी कर रही है. पिछले खरीफ सीजन (वित्त वर्ष 2022-23) की बात करें तो इस साल आठ लाख टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा गया था, फिर इसे घटाकर 3,36,000 क्विंटल कर दिया गया था.जबकि 171678.88 क्विंटल धान की खरीद की गई थी. इसलिए विभाग ने फैसला किया है इस बार धान करीद का लक्ष्य संतुलित रखा जाएगा.


 

POST A COMMENT