राजस्थान में इस बार रबी सीजन में मुख्य फसलों का बुवाई क्षेत्र कम हुआ है. कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार लक्ष्य से काफी कम बुवाई हुई है. रबी की मुख्य फसल गेहूं और सरसों के पिछले साल भाव नहीं मिलने से किसानों ने इस साल कम बुवाई की है. 5 दिसंबर तक के आंकड़ों के अनुसार गेहूं की कुल बुवाई 22.60 लाख हेक्टेयर ही हुई है. जबकि विभाग का लक्ष्य 31 लाख हेक्टेयर का था. इस तरह इस बार गेहूं की लक्ष्य से सिर्फ 71.91 प्रतिशत बुवाई ही हो पाई है. इसी तरह बीते कुछ सालों से सरसों के भाव नहीं मिलने से राजस्थान के किसानों ने सरसों की बुवाई भी कम कर दी है.
इस बार प्रदेश में 41 लाख हेक्टेयर में सरसों बुवाई का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 5 दिसंबर तक 34,95,542 हेक्टेयर में ही सरसों बोई गई है. इस तरह यह लक्ष्य का कुल 85.26 प्रतिशत ही हुआ है. वहीं कई अन्य रबी फसलों का बुवाई क्षेत्र भी इस बार कम हुआ है. इसमें चना और तारामीरा भी शामिल है. बस जौ की बुवाई लक्ष्य से अधिक हुई है. इस बार प्रदेश में 369451 हेक्टेयर में जौ बोया गया है. वहीं, इसका लक्ष्य करीब 3.65 लाख हेक्टेयर ही था.
गेहूं और जौ को मिलाकर लक्ष्य का सिर्फ 75.89 प्रतिशत बुवाई हुई है. इस बार इन दोनों फसलों की 34.65 लाख हेक्टेयर बुवाई लक्ष्य था. जबकि बोया गया क्षेत्र 2629709 हेक्टेयर है. इसी तरह मुख्य फसलों के अलावा इस सीजन में चने की बुवाई 1779657 हेक्टेयर में हुई है. जो लक्ष्य का 84.75 प्रतिशत है.
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वहीं, रबी सीजन में आने वाली दालों की बुवाई लक्ष्य के आसपास ही है. इस बार प्रदेश में 40 हजार हेक्टेयर में रबी दालें बोने का लक्ष्य था जबकि 39654 हेक्टेयर में दालें बोई गई हैं.
वहीं, तिलहन फसलों की बात की जाए तो इस सीजन में तिलहन फसलों की बुवाई लक्ष्य का सिर्फ 83.26 फीसदी ही हुई है. इसमें सरसों 3495542, तारामीरा 117886 (49.12%), अलसी 16691 हेक्टेयर में बोई गई है.
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जबकि सरसों का लक्ष्य 41 लाख हेक्टेयर, तारामीरा का 2.40 लाख हेक्टेयर और अलसी का 20 हजार हेक्टेयर था. इस तरह इस बार सभी रबी सीजन की फसलों का बुवाई लक्ष्य 11715000 हेक्टेयर था. जबकि बुवाई 9671677 हेक्टेयर में ही हुई. इस तरह कुल लक्ष्य का करीब 82.56 प्रतिशत क्षेत्र में ही बुवाई हो पाई है.
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