scorecardresearch
इस राज्य में मवेश‍ियों के ल‍िए खुलेंगे पशु औषधि केंद्र, सस्ती कीमतों पर मिलेंगी जेनेरिक दवाएं

इस राज्य में मवेश‍ियों के ल‍िए खुलेंगे पशु औषधि केंद्र, सस्ती कीमतों पर मिलेंगी जेनेरिक दवाएं

वाईएसआर पशु औषधि नेष्ठम योजना के तहत आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी पशुपालकों को सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, राज्य में 52 पशु औषधि केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है.

advertisement
आंध्र प्रदेश में खुलेंगे 52 पशु औषधि केंद्र आंध्र प्रदेश में खुलेंगे 52 पशु औषधि केंद्र

वाईएसआर पशु औषधि नेष्ठम आंध्र प्रदेश की एक सरकारी योजना है. इस योजना के तहत राज्य सरकार ने राज्य के सभी पशुपालकों को सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, राज्य में 52 पशु औषधि केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है. जिसका उद्देश्य पशु चिकित्सा जेनेरिक दवा भंडार की स्थापना करने के साथ ही बुनियादी ढांचे का विकास करना, प्राथमिक पशु चिकित्सा क्लिनिक (पीवीसी) के पास प्रमाणित जेनेरिक दवा की दुकान स्थापित करना और दवाओं की खरीद के लिए सरकारी खजाने और विभाग पर निर्भरता कम करना है.

पशु औषधि केंद्र का लक्ष्य और उद्देश्य

•    वाईएसआर पशु औषधि नेष्ठम स्कीम का लक्ष्य सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाओं के कवरेज का विस्तार करने के साथ ही प्रति पशु उपचार की इकाई लागत को कम करना है.
•    जेनेरिक दवाओं के समान ही सभी चिकित्सीय श्रेणियों में किसी भी प्रिस्क्रिप्शन दवा या ओवर द काउंटर (ओटीसी) दवा तक पहुंच प्रदान करना है, जो केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के लाभार्थियों तक ही सीमित नहीं रहे बल्कि दूसरों की सेवा के लिए भी रहे.
•    पूरे राज्य में छोटे स्तर पर रोजगार सृजित करना और लघु व्यवसाय के अवसरों को प्रोत्साहित करना.

इसे भी पढ़ें- PMFBY: यूपी के क‍िसानों को म‍िलेंगे 462 करोड़ रुपये, जानें क्या है पूरा मामला

पशु औषधि केंद्रों की स्थापना में पशुपालन विभाग की भूमिका

•    विशेष रूप से पशु औषधि केंद्रों के विशेष दुकानों के माध्यम से किसानों के लिए सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराना.
•    राज्य सरकार द्वारा जिला पशु चिकित्सालय में पशु औषधि केन्द्रों के निर्माण के लिए जगह मुहैया करना.
•    राज्य सरकार द्वारा चयनित लाभार्थियों द्वारा पशु औषधि केन्द्रों का संचालन. 
•    राज्य सरकार के सक्रिय सहयोग से सरकारी पशु चिकित्सकों द्वारा जेनेरिक दवाओं का प्रिस्क्रिप्शन सुनिश्चित करना.
•    किसानों/पशुधन/पालतू जानवरों के मालिकों को जेनेरिक दवाओं के गुणों के बारे में बताना.

इसे भी पढ़ें- खेती से जुड़ी नई तकनीक सीखने के लि‍ए वि‍देश जाएंगे इस राज्य के क‍िसान, जानें क्या है प्लान

पशु औषधि केंद्रों के लिए पात्र लाभार्थी

पशु औषधि केंद्रों के लिए पात्र लाभार्थी निम्नलिखित में से कोई भी हो सकते हैं-
1. किसान
2. उद्यमियों
व्यक्तियों, संयुक्त देयता समूह (जेएलजी), स्वयं सहायता समूह (एसएचजी), किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), और कोई अन्य इच्छुक पक्ष.

इसे भी पढ़ें- अप्रैल-मई में लू चलने की संभावना कम, देश के कई हिस्सों में सामान्य बारिश के आसार