बीते कुछ साल में ही गायों पर लंपी वायरस के कहर का असर सबने देखा है. कैसे लंपी से पीडि़त होने के बाद गाय तड़फ-तड़फ कर मरी थीं. पीड़ित गाय जो जिंदा बची थीं तो वो मरने से भी ज्यादा खराब हालत में आ गईं थी. एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो छोटे से वक्त में ही लंपी बीमारी देशभर में फैल चुकी है. हालांकि ये विदेशी बीमारी है, लेकिन अब ये देशभर के ज्यादातर हिस्सों में अपना असर दिखा चुकी है. लंपी वायरस ऐसी गायों को जल्दी शिकार बनाता है जो शरीर और बीमारी से लड़ने में कमजोर होती है. और बरसात में इस बीमारी के जल्दी और तेजी से फैलने की सबसे बड़ी वजह है मक्खी.
मक्खी के चलते ही ये वायरस एक गाय से दूसरी और दूसरी से तीसरी-चौथी गाय में पहुंच जाता है. एक्सपर्ट की मानें तो अभी इस बीमारी का ठीक-ठीक कोई इलाज नहीं है. लेकिन वैक्सीन लगवाकर इसे कंट्रोल जरूर किया जा सकता है. साथ ही ये बीमारी पशु शेड में ना फैले इसके लिए भी कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं. गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी (गडवासु), लुधियाना के वाइस चांसलर डॉ. इन्द्रजीत सिंह किसान तक के साथ इन उपाय को साझा किया है.
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डॉ. इन्द्रजीत सिंह का कहना है कि आज भी बहुत सारे लोग वो ही पुराने ढर्रे पर पशुपालन करते हैं. जबकि आज के बदलते वक्त को देखते हुए ये बहुत ही खतरनाक है. ना सिर्फ इंसानों के लिए बल्कि पुरुषों के लिए भी. आज क्लाइमेट चेंज हर एक चीज पर अपना असर छोड़ रहा है. इसलिए इस सब को देखते हुए सबसे पहले तो हमे करना यह होगा कि हमारे पास गाय-भैंस हो या भेड़-बकरी सभी का पालन साइंटीफिक तरीके से करना होगा. और इसका सबसे बड़ा नियम ये है कि हम अपने पशु फार्म पर बॉयो सिक्योरिटी का पालन करें और हर एक आने-जाने वाले से भी कराएं. पशु शेड में आने वाले वाहनों को भी इसमे शामिल करें.
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डॉ. इन्द्रजीत सिंह के मुताबिक अपने फार्म की बाड़बंदी करें. जिससे सड़क पर घूमने वाला कोई भी जानवर आपके फार्म में नहीं घुस सकें. अपने फार्म के अंदर और बाहर दवा का छिड़काव कराएं. कुछ दवा फार्म पर भी रखें जिनका इस्तेमाल हाथ साफ करने के लिए हो. हाथ साफ करने के बाद ही पशुओं को हाथ लगाएं. पशु को हाथ लगाने के बाद एक बार फिर से दवाई का इस्तेमाल कर हाथ साफ करें, जिससे पशु की कोई बीमारी आपको न लगे. इतना ही नहीं अगर कोई इंसान बाहर से आपके फार्म में आ रहा है तो उसके जूते बाहर ही उतरवाएं या फिर उन्हें सेनेटाइज करें. हाथ और उनके कपड़ों को भी सेनेटाइज करवाएं. पीपीई किट पहनाकर भी बाहरी इंसान को फार्म के अंदर ले जा सकते हैं.
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