New Fish Pond: मछली पालन के लिए कैसे तैयार करें नया तालाब, कैसे बढ़ेगा वजन, पढ़ें डिटेल 

New Fish Pond: मछली पालन के लिए कैसे तैयार करें नया तालाब, कैसे बढ़ेगा वजन, पढ़ें डिटेल 

New Fish Pond Construction मछली पालन करने जा रहे हैं तो तालाब की खुदाई कराने से पहले वहां की मिट्टी की जांच करवा लें. तालाब में भरे जाने वाले पानी की जांच करा लें. तालाब की खुदाई में ये ख्याल रखे कि तालाब आयताकार हो. तालाब के किनारे पर बांध जरूर बनाएं. साथ ही तालाब की खुद एक्सपर्ट की सलाह से ही करें. 

Advertisement
New Fish Pond: मछली पालन के लिए कैसे तैयार करें नया तालाब, कैसे बढ़ेगा वजन, पढ़ें डिटेल तालाब बनाने में सरकार करेगी मदद

New Fish Pond Construction देश में मछली का उत्पादन (Fish Production) तेजी से बढ़ रहा है. केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय (Fisheries and Animal Husbandry Ministry) के आंकड़ों पर जाएं तो इस वक्त देश में 195 लाख टन मछली का उत्पादन हो रहा है. सबसे ज्यादा तालाब, नदी और दूसरी तकनीक से मछली पालन किया जा रहा है. मत्स्य निदेशालय, रांची, झारखंड (Jharkhand) में फिश ट्रेनिंग सेंटर के चीफ इंस्ट्रक्टर प्रशांत कुमार दीपक ने किसान तक (Kisan Tak) को बताया कि मछली पालन शुरू करते वक्त सबसे ज्यादा ये जरूरी है कि नया तालाब कैसे तैयार किया जाए. क्योंकि तालाब का निर्माण करते वक्त ये देखना जरूरी है कि वहां बारिश का पानी आसानी से जमा हो जाता हो. क्योंकि तालाब में सालभर पानी का रहना जरूरी होता है. 

तालाब में किन बातों का ख्याल रखना चाहिए?

  • तालाब के लिए ऐसी जमीन लें जो गहरी जिससे आसपास का बारिश का पानी जमा हो जाए. 
  • तालाब की मिट्टी चिकनी, दोमट और लोम किस्म की हो.
  • तालाब तक पहुंचने का रास्ता आसान और समतल हो. 
  • तालाब की मिट्टी न ज्यादा अम्लीय और न ज्यादा क्षारीय हो.
  • तालाब समूह (Cluster) में बनाना अच्छा रहता है.

खुद से तालाब की मिट्टी की जांच कैसे करें? 

  • खुदाई से पहले जमीन में 3x3 फीट के क्षेत्र में तीन से पांच फीट का गड्डा बनाकर मिट्टी निकालें.
  • निकाली गई मिट्टी को पानी में गीला कर 3 इंच व्यास का गोला बनाएं. 
  • मिट्टी के बनाए गए गोले को 3-4 फीट तक हवा में उछाल दें. 
  • हवा में उछला गया गोला अगर टूट जाए तो मिट्टी तालाब बनाने के लिए ठीक नहीं है. 
  • निकाली गई मिट्टी का 3 इंच व्यास का गोला बनाकर उसे बेलनाकर घुमाकर 5-6 इंच तक लंबा कर लें. 
  • अगर बेलनाकार घुमाने के दौरान गोल नहीं टूटे तो जमीन तालाब बनाने लायक है. 

तालाब बनाते वक्त साइज क्या रखना चाहिए? 

  • आमतौर पर आयताकार तालाब मछली पालन के लिए ज्यादा अच्छा माना जाता है. 
  • तालाब की लम्बाई एवं चौड़ाई का अनुपात 2:1 या फिर 3:1 हो तो इसे ज्यादा अच्छा माना जाता है.
  • तालाब के लिए ली गई जमीन का 70 से 75 फीसद ही तालाब बनाने के काम आता है. 
  • तालाब का 70-75 फीसद हिस्सा जल क्षेत्र में और बाकी बचे 25-30 फीसद में बांध बनाया जाता है. 
  • एक एकड़ का तालाब बनाने के लिए 1.35 से 1.40 एकड़ जमीन की जरूरत होती है. 
  • तालाब की लंबाई पूरब से पश्चिम दिशा में रखा जाना अच्छा माना जाता है.
  • तालाब की लम्बाई इस तरह रखी जाए तो हवा के बहाव से पानी में हलचल होती है.
  • हवा के बहाव से पानी में होने वाली हलचल से तालाब में आक्सीजन की मात्रा बढ़ने लगती है. 
  • तालाब की गहराई उतनी होनी चाहिए जहां सूरज की रोशनी आसानी से पहुंच सके. 
  • आमतौर पर तालाब की गहराई 4 से 6 फीट रखी जानी चाहिए. 
  • अगर तालाब बारिश के पानी पर निर्भर है तो उसकी गहराई 8 से 10 फीट होनी चाहिए. 

निष्कर्ष- 

मछली का रेट और उसका मुनाफा उसके वजन के हिसाब से तय होता है. मछली जितनी वजनदार होगी उसका रेट उतना ही ज्यादा होगा. और मछलियों की ग्रोथ तब होती है जब तालाब में पानी, मिट्टी की क्वालिटी और तालाब का साइज मानकों के मुताबिक हो. 

ये भी पढ़ें- Breed Production: OPU-IVF से मां बनेंगी सड़क-खेतों में घूमने वाली छुट्टा गाय, हर गाय आएगी काम 

ये भी पढ़ें- Egg Production: पोल्ट्री फार्म में कैसे बढ़ेगा अंडा उत्पादन, पढ़ें पोल्ट्री एक्सपर्ट के 10 टिप्स

POST A COMMENT