Milk Production: क्या आप जानते हैं आपका हर एक पशु ज्यादा दूध क्यों नहीं देता है, पढ़ें डिटेल Milk Production: क्या आप जानते हैं आपका हर एक पशु ज्यादा दूध क्यों नहीं देता है, पढ़ें डिटेल
Milk Production Cost हमारे देश में सभी पशु दूध नहीं देते हैं. एक आंकड़े के मुताबिक देश में 35 से 40 फीसद पशु ही दूध देते हैं. जो देते हैं तो उनका दूध उत्पादन बहुत कम है. पशुपालक भी पशुओं की खुराक से ज्यादा उसके दूध उत्पादन पर ध्यान देते हैं. वजह जो भी हो, लेकिन दूध की लागत बढ़ती जा रही है.
त्योहारों पर मिलावटी दूध का कारोबार बढ़ जाता है (सांकेतिक तस्वीर)नासिर हुसैन - Delhi,
- Nov 03, 2025,
- Updated Nov 03, 2025, 12:44 PM IST
Milk Production Cost भारत दूध उत्पादन में पहले नबंर पर है तो इसकी बड़ी वजह है पशुओं की संख्या. कई दूसरे बड़े देशों के मुकाबले भारत में दूध देने वाले पशुओं की संख्या ज्यादा है. हालांकि देश में प्रति पशु दूध उत्पादन बहुत कम है. जबकि दूसरे देशों में प्रति पशु दूध उत्पादन बहुत ज्यादा है. अगर देश में भी प्रति पशु दूध उत्पादन ज्यादा हो तो उत्पादन में नंबर वन होने का आंकड़ा और बड़ा हो सकता है. अगर आप भी पशुपालक हैं तो एनिमल शेड में देखेंगे कि गाय-भैंस की क्षमता के मुकाबले दूध उत्पादन कम हो रहा है.
अगर डेयरी एनिमल न्यूट्रिशन एक्सपर्ट डॉ. दिनेश भोंसले की मानें तो देश में प्रति पशु दूध उत्पादन कम होने की बड़ी वजह दुधारू पशुओं को जरूरत के हिसाब से पोषक और बैलेंस डाइट का न मिलना है. क्योंकि एक बैलेंस डाइट में हरा-सूखा चारा, दाना और मिनरल्स का होना जरूरी होता है. जबकि दूध देने वाले पशु को ये सब मिल नहीं पा रहा है. इसके पीछे एक बड़ी वजह सभी तरह के चारे का महंगा होना भी है.
एक्सपर्ट के मुताबकि दूध उत्पादन न बढ़ने की ये है वजह
- एक्सपर्ट डॉ. दिनेश भोंसले दूध उत्पादन न बढ़ने की कई वजह बताई हैं.
- साल 2024 में हमारे देश में 24 करोड़ टन दूध का उत्पादन हुआ था.
- इसमे से 55 फीसद हिस्सेदारी भैंस की तो 45 फीसद गाय की है.
- कुल दूध उत्पादन में बकरी के दूध की हिस्सेदारी तीन फीसद है.
- हमारे देश में 30 करोड़ पशु दूध देने वाले हैं.
- लेकिन 30 करोड़ में से सिर्फ 10 करोड़ पशु ही दूध देते हैं.
- पशुपालक का पूरा ध्यान पशु से ज्यादा से ज्यादा दूध लेने पर रहता है.
- लेकिन पशुपालक दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुओं के खानपान पर ध्यान नहीं देते हैं.
- एक सामान्य गाय-भैंस को कम से कम 10 किलो हरा चारा चाहिए.
- वहीं हरे चारे के साथ पांच किलो सूखा चारा जरूर खिलाना चाहिए.
- अगर गाय-भैंस 10 किलो दूध देती है तो उसे कम से कम पांच किलो मिनरल मिक्चर चाहिए.
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इसलिए बढ़ रही है दूध उत्पादन की लागत
- इंडियन डेयरी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट आरएस सोढ़ी ने और भी कई वजह बताई हैं.
- हमारे देश में बहुत सारे लोग तीन-चार गाय-भैंस का पालन करते हैं.
- ऐसे में उनके दूध की कमाई का एक बड़ा हिस्सा चारे और मिनरल्स खरीदने में खर्च हो जाता है.
- मक्का और सोयाबीन के बढ़ते दाम किसी से छिपे नहीं हैं.
- मक्का-सोयाबीन खाने को ना दें तो पशु के दूध में अच्छी फैट नहीं आएगी.
- पशुपालक मिनरल्स की कमी को पूरा करने के लिए हरा चारा ज्यादा खिलाते हैं.
- न्यूट्रिशन एक्सपर्ट के मुताबिक ये तरीका गलत है.
- क्वालिटी दूध के लिए हरे-सूखे चारे और मिनरल्स की मात्रा दूध उत्पादन के मुताबिक देनी चाहिए.
- दूध की लागत भी दूध का उत्पादन बढ़ाकर ही कम की जा सकती है.
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