ईरान-इराक से शुरू होकर पाकिस्तान तक पहुंच चुके पश्चिमी विक्षोभ को चक्रवाती हवा के दबाव का साथ मिला है. इय वजह से भारत के कई राज्यों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है. इन दिनों पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं. बीते 1 मई से ही आम लोगों के लिए मौसम खुशनुमा बना हुआ है, लेकिन किसानों के लिए ये बारिश आपत बनी हुई है. उत्तर प्रदेश में 5 मई तक बारिश और बूंदाबांदी का पूर्वानुमान मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया है. बारिश के चलते फिलहाल उत्तर प्रदेश में पारा लुढ़क गया है. 5 मई तक पूरे प्रदेश में मौसम सुहाना बना रहेगा. वहीं 3 मई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा ,बिजनौर मुरादाबाद ,पीलीभीत, संभल, शाहजहांपुर में बारिश के साथ साथ ओलावृष्टि की भी आशंका जताई गई है.
उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बेमौसम बारिश के चलते सबसे ज्यादा आम उत्पादक परेशान हैं. मार्च महीने से ही बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते आम की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. आम की फसल को अब तक 50 फ़ीसदी से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. अवध आम उत्पादक संघ के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने बताया कि इस बार आम की फसल को लेकर काफी उम्मीदें थी, लेकिन उनकी सारी उम्मीदों पर मौसम ने पानी फेर दिया है. वहीं अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से लेकर मुरादाबाद तक ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है, जिसके चलते चौसा आम के उत्पादक किसान परेशान हैं.
सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, अमरोहा, बिजनौर, रामपुर, बरेली क्षेत्रों में ओलावृष्टि की संभावना है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश के बस्ती, देवरिया, संत कबीर नगर, कुशीनगर, गोंडा ,बलरामपुर, लखीमपुर, सीतापुर, बाराबंकी जिले में गरज चमक के साथ बिजली कड़कने और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जताई गई है.
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मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के द्वारा एडवाइजरी भी जारी की गई है. लखनऊ कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अखिलेश दुबे ने किसानों को बिजली कड़कने और ओलावृष्टि के दौरान बाहर खेतों में ना निकलने की सलाह दी है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिलों में 5 मई तक गरज चमक के साथ बिजली कड़कने और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है. तेज हवाएं चलने से सबसे ज्यादा आम की फसल को नुकसान की संभावना भी है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 5 मई तक दिन और रात के तापमान में ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा. वहीं लोगों को गर्मी से राहत भी मिलेगी. पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम में बदलाव के चलते कई स्थानों पर तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे भी जा सकता है.