भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुजरात में दो दिनों तक अत्यधिक भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है. इसको लेकर मुख्य सचिव पंकज जोशी ने कलेक्टर्स के साथ स्थिति की समीक्षा की. भारतीय मौसम विभाग ने 6 और 7 सितंबर, 2025 को गुजरात के विभिन्न जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा की भविष्यवाणी करते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. जबकि अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. अत्यधिक भारी वर्षा के पूर्वानुमान के मद्देनजर, मुख्य सचिव पंकज जोशी की अध्यक्षता में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र-गांधीनगर में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई.
इस बैठक में मुख्य सचिव ने जिला प्रशासन द्वारा की गई अग्रिम तैयारियों की समीक्षा की और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े विभिन्न जिला कलेक्टरों को पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए संभावित खतरों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी. बैठक में भारतीय मौसम विभाग के अधिकारी के अनुसार आज, 6 सितंबर को बनासकांठा, साबरकांठा, अरावली, मेहसाणा और सुरेंद्रनगर जिलों में रेड अलर्ट और पाटन, गांधीनगर, खेड़ा, महिसागर, मोरबी, राजकोट और बोटाद जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा कल, 7 सितंबर को बनासकांठा, साबरकांठा, मेहसाणा और कच्छ जिलों में रेड अलर्ट और पाटन, गांधीनगर, मोरबी, सुरेंद्रनगर और अरावली जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
मुख्य सचिव ने संबंधित जिला प्रशासन को मौसम विभाग के पूर्वानुमान के आधार पर सभी आवश्यक अग्रिम तैयारियां करने के निर्देश दिए थे. मुख्य सचिव ने राज्य के विभिन्न जिलों में स्थित बांधों के जलस्तर और उनमें वर्षा जल की आवक के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की. इसके बाद, उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर बांधों से पानी छोड़ने और निचले इलाकों के गांवों को पहले से सतर्क करने को कहा. मुख्य सचिव ने मौजूदा बारिश की स्थिति को देखते हुए जिला एवं तालुका प्रशासन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यालय में ड्यूटी पर उपस्थित रहने के निर्देश भी दिए.
साथ ही उन्होंने राज्य में विभिन्न स्थानों पर तैनात एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों की जानकारी प्राप्त करने और आवश्यकता पड़ने पर रेड अलर्ट वाले जिलों में और टीमें तैनात करने के निर्देश दिए. इसके अलावा, कल होने वाली जीपीएससी परीक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला कलेक्टरों को परीक्षा केंद्रों पर सतर्कता बरतने की भी सलाह दी गई.
इसके अलावा, आज राज्य में विभिन्न स्थानों पर होने वाले गणेश विसर्जन में बड़ी संख्या में नागरिकों के जुटने की संभावना है. इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों को भारी बारिश के कारण विसर्जन स्थलों पर किसी भी प्रकार की दुर्घटना या आपदा न हो, इसके लिए विशेष सावधानी बरतने और नागरिकों को जलाशयों से दूर रखते हुए गणेश विसर्जन औपचारिक रूप से संपन्न हो सके, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है. गौरतलब है कि राज्य में इस मौसम की कुल औसत वर्षा 98 प्रतिशत है. संभावित वर्षा की स्थिति को देखते हुए, किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों में एनडीआरएफ की 12 और एसडीआरएफ की 20 टीमें तैनात की गई हैं. वहीं, वडोदरा में एनडीआरएफ की एक टीम रिजर्व में रखी गई है.
(रिपोर्ट: बृजेश दोशी)
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