अगर आप गार्डनिंग करते हैं या गार्डनिंग करने का प्लान कर रहे हैं तो तैयारी पूरी कीजिए. अगर आप बिना जानकारी के पौधे लगाएंगे तो हो सकता है कि उनकी ग्रोथ ना हो पाए. कारण ये है कि किसी भी पौधे को बढ़ने के लिए केवल खाद-पान ही पर्याप्त नहीं होता है और भी जरूरी चीजों का ध्यान रखना होता है. आपको बता देते हैं कि अगर आप घर में लगे पौधों की अच्छी ग्रोथ चाहते हैं तो जरूरी बातें जान लेना चाहिए.
अगर आप गार्डन में लगाए गए पौधों की अच्छी ग्रोथ चाहते हैं तो खाद-पानी देने का सही समय और सही मात्रा जान लीजिए. इसके अलावा जगह का भी बड़ा महत्व होता है, किस जगह पौधा लगाना है और कैसी मिट्टी होनी चाहिए इसके बारे में भी जानना जरूरी होता है.
गार्डनिंग के लिए जगह का बड़ा महत्व होता है. गार्डनिंग ऐसी जगह पर करें जहां दिन की लगभग 6-8 घंटे की धूप आती हो. अगर धूप नहीं मिलेगी तो पौधों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया नहीं हो पाएगी जिसके चलते पौधों को पर्याप्त ऑक्सीजन भी नहीं मिलेगी. अगर पौधों तक सीधे धूप नहीं आ रही है तो कटाई-छंटाई करके धूप आने का रास्ता बनाएं.
अगर आप गमले में पौधे लगा रहे हैं तो ध्यान रहे कि उसमें भरी जाने वाली मिट्टी में किसी तरह की नमी ना हो ताकि उसमें फंगस या अन्य कीट लगने का खतरा ना हो. मिट्टी पूरी तरह से नमी मुक्त और भुरभुरी होनी चाहिए. इसके अलावा उसमें कार्बनिक पदार्थ बढ़ाने के लिए वर्मी कंपोस्ट या कोकोपीट खाद मिला लीजिए.
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प्रूनिंग का मतलब है छंटाई करना. समय-समय पर पौधों की सूखी पत्तियों और टहनियों को काटकर अलग करते रहें. इससे पौधे में ना सिर्फ नई कोपलें फूटेंगी बल्कि वे सीधे आकार में बढ़ेंगे. इसके अलावा जड़ के आस-पास गुड़ाई करते रहना भी जरूरी है ताकि इससे मिट्टी की ऐयरेशन बढ़ जाए और जड़ों को भरपूर ऑक्सीजन मिले.
अगर पौधों की अच्छी ग्रोथ चाहते हैं तो जलभराव से बचना चाहिए. अधिक ज्यादा नमी बनी रहने से मिट्टी में फंगस का खतरा बना रहता है. इसलिए पानी देने से पहले चेक करें कि मिट्टी में नमी है या नहीं? इसके अलावा छोटे पौधों में एक-दो चम्मच खाद और बड़े पौधों में एक मुट्ठी खाद दें इससे संतुलन बना रहेगा और पौधे अच्छी तरह ग्रो करेंगे.
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